झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ, झारखंड जिला इकाई पाकुड़ की बैठक आज लड्डू बाबू बगान में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता दीपा देवी ने की। केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में सुशील कुमार पांडेय (प्रधान संरक्षक) और राखी देवी (महासचिव) ने भाग लिया। मंच संचालन मो नाजिर हुसैन ने किया। बैठक में अन्य संगठनों से अलग होकर शाहिदून बीबी, स्वर्णलता मुर्मू, आशा मरांडी, अनुसुइया साहा और नाजिर हुसैन के नेतृत्व में सैकड़ों आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं ने संघ की सदस्यता ग्रहण की और संघ के नीति सिद्धांतों के आधार पर संगठन को मजबूत करने का संकल्प लिया। बैठक में सर्वसम्मति से नाजिर हुसैन को पाकुड़ जिला संयोजक नियुक्त किया गया। साथ ही, पाकुड़ प्रखंड में संघ की गतिविधियों के संचालन के लिए चार सदस्यीय कमिटी बनाई गई जिसमें, अध्यक्ष: स्वर्णलता मुर्मू, महासचिव, आशा मरांडी, कोषाध्यक्ष, अनुसुइया साह, सचिव,शाहिदून बीबी, बैठक में उपस्थित सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने रिटायरमेंट पेंशन, वार्षिक वृद्धि और पोषाहार सामग्री की आपूर्ति विभागीय पत्रांक 2238 एवं 2239 (30/09/2022) के अनुसार देने की मांग की। इसके साथ ही, अप्रैल एवं मई 2023 में पाकुड़, महेशपुर और हिरणपुर प्रोजेक्ट की आंगनबाड़ी सेविकाओं का बकाया 65 लाख रुपये जल्द भुगतान करने की भी मांग की। संघ ने चेतावनी दी कि यदि यह राशि नहीं दी गई तो मजबूर होकर जोरदार आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जवाबदेही जिला प्रशासन की होगी। साथ ही, संघ ने यह भी बताया कि झारखंड में पाकुड़ एकमात्र जिला है जहां आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नियमावली अनुसार वार्षिक वृद्धि (500 एवं 250 रुपये) दो वर्षों से नहीं दी गई। पोषण ट्रैकर और FRS के कारण हो रही परेशानियों को खत्म करने, पोषाहार की सामग्री को बाजार दर पर उपलब्ध कराने और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने की भी मांग की गई।
बैठक में सर्वसम्मति से केंद्र और राज्य सरकार से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय वृद्धि, रिटायरमेंट पेंशन और बीमा जैसी सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए संघर्ष तेज करने का निर्णय लिया गया। बैठक में एलिजाबेथ किस्कू, परसिया हेंब्रम, सुसना हेंब्रम, साजिया खातून, सलमा खातून, सायरा बानो, ललिता देवी, सुमित्रा मुर्मू, श्रीमती घोष पिंकी मुर्मू सहित सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
