राजकुमार भगत
पाकुड़, स्थानीय विद्यालय डी ए वी पब्लिक स्कूल के प्रांगण में शनिवार को 11वीं अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस आयोजन में विद्यालय के सभी छात्र गण, प्राचार्य, शिक्षक गण एवं समस्त कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से योगासन किया। विद्यालय के योग शिक्षक ने सभी को योग का प्रशिक्षण देते हुए विभिन्न प्रकार के आसनों से अवगत कराया। प्राचार्य डॉ विश्वदीप चक्रवर्ती ने छात्र छात्राओं को योग का महत्व को बताते हुए प्रतिदिन सुबह कम से कम 15 मिनट तक योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि योग जीवन को निरोगी बनाता है। पाकुड़ प्रशासन के आह्वान पर शहर के बाजार समिति प्रांगण में आयोजित योग कार्यक्रम में विद्यालय के बच्चों ने भाग लेकर उत्कृष्ट योग प्रदर्शन किया एवं उपायुक्त महोदय के हाथों प्रशस्ति पत्र प्राप्त किया। पुरस्कार विजेता बच्चों को प्राचार्य एवं शिक्षकों ने सराहना की और बताया कि प्राचीन भारतीय परम्परा का एक अमूल्य उपहार, योग है जो शारीरिक और मानसिक तंदुरुस्ती को बढ़ावा देने के सबसे भरोसेमंद साधनों में से एक के रूप में उभरा है। “योग” शब्द संस्कृत मूल युज से लिया गया है जिसका अर्थ है “शामिल होना”, “जुड़ना” या “एकजुट होना”, जो मन और शरीर की एकता, विचार और क्रिया, संयम और तृप्ति, मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्य और स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के लिए एक समग्र दृष्टिकोण का प्रतीक है।

