हजारों लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या, बंद खदान व क्रशरों को चालू कराने की मांग।
पाकुड़। जिले के हिरणपुर पत्थर उद्योग क्षेत्र मंझलाडीह के ग्रामीणों ने डीसी मनीष कुमार को आवेदन देकर एक महीने से बंद पड़े खदान और क्रशरों को चालू कराने की मांग की है। आवेदन में ग्रामीणों ने कहा है कि मंझलाडीह में मेसर्स लुत्फल हक के संचालित पत्थर खदान और क्रशर एक महीने से बंद पड़े है। जिससे ग्रामीणों को रोजगार मिलना बंद हो गया है। आवेदन में कहा गया है कि यहां के तकरीबन 1,000 परिवार रोजगार के लिए लुत्फल हक के पत्थर खदान और क्रशर पर आश्रित है। इन पत्थर खदान और क्रशरों में काम कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। पत्थर खदान और क्रशरों के बंद हो जाने से इन परिवारों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। अगर खनन और उत्पादन कार्य शुरू नहीं हुआ, तो हालात और भी बदतर हो सकती है। ग्रामीणों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसलिए प्रशासन से अनुरोध किया है कि बंद पड़े पत्थर खदान और क्रशरों को शीघ्र चालू कराया जाए। इधर ग्रामीण वकील मरांडी, लखीराम हांसदा, रिजवान अंसारी, मो. इकबाल हुसैन, रॉबिन टुडू आदि ने बताया कि पत्थर खदान और क्रशरों के बंद होने से मंझलाडीह के एक हजार गरीब परिवार बेहद परेशान है। आर्थिक संकट की स्थिति से गुजर रहे हैं। इन परिवारों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न होने लगी है। यहां के सारे ग्रामीण मजदूरी कर परिवार चलाते हैं। उनके सामने दूसरा कोई विकल्प बचा नहीं है। पत्थर खदान और क्रशर ही इन गरीब परिवारों के लिए रोजी-रोटी का माध्यम है। लेकिन एक महीने से भी ज्यादा समय से पत्थर खदान और क्रशरों को बंद कर रखा है। अगर यही स्थिति रही और काम चालू नहीं हुआ, तो स्थिति बद से भी बदतर हो जाएगी। इसलिए प्रशासन से हम ग्रामीणों का अनुरोध है कि बंद पड़े इन पत्थर खदान और क्रशरों को शीघ्र चालू कराया जाए।





