पाकुड़: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं झारखंड आंदोलन के पुरोधा शिबू सोरेन के निधन पर शोक की लहर है। पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक निशात आलम एवं झारखंड प्रदेश कांग्रेस के महासचिव तनवीर आलम ने गहरा शोक व्यक्त किया है।विधायक निशात आलम ने कहा कि गुरुजी के नाम से प्रसिद्ध शिबू सोरेन न केवल एक राजनीतिक नेता थे, बल्कि वे झारखंडी अस्मिता के प्रतीक थे। उनके संघर्षों और बलिदानों की बदौलत झारखंड को राज्य का दर्जा मिला। उनके निधन से झारखंड की राजनीति में एक अपूरणीय क्षति हुई है।वहीं, कांग्रेस प्रदेश महासचिव तनवीर आलम ने कहा कि गुरुजी का जीवन आदिवासी समाज की आवाज़ और अधिकार की लड़ाई का प्रतीक रहा है। उनका व्यक्तित्व सादगी, संघर्ष और सेवा की मिसाल था। उनके विचार और आदर्श सदैव प्रेरणा देते रहेंगे।दोनों मां- बेटा ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।


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