प्रशांत मंडल
लिट्टीपाड़ा( पाकुड़)अखिल भारतीय आदिम जनजाति विकास समिति के बैनर तले मंगलवार को मांझी विजय मरांडी स्टेडियम में दामिन ई कोह 202 वां स्थापना यादगार दिवस व 24 वां वार्षिक पहाड़िया महाधिवेशन समारोह का आयोजन हिल एसेंबली पहाड़िया महासभा के द्वारा किया गया। इस समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि मुख्य सलाहकार रामकुमार पहाड़िया, बैजनाथ पहाड़िया, जिला परिषद बेसागी पहाड़िन,पुर्व जिला परिषद सुरजी पहाड़ीन, शिवचरण मालतो, सिमोन मालतो, महावीर मड़ैया, गणेश साहा, डेविड मालतो, बैजनाथ पहाड़िया ,धर्मराज पहाड़िया, ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम उद्घाटन से पूर्व मुख्य अतिथियों द्वारा पहाड़िया झंडा का झंडोतोलन किया गया। इस समारोह का मंच संचालन शिवचरण मालतो ने किया।इस दौरान संताल परगना के हजारों की संख्या में दुमका ,पाकुड़, साहिबगंज, गोड्डा जिला के विभिन्न प्रखंडों से पहाड़ियां समुदाय के महिला एवं पुरुष यादगार दिवस समारोह में भाग लिया। वही हिलएसेंबली पहाड़िया महासभा के महासचिव शिवचरण मालतो ने भीड़ को सम्बोधित करते हुए कहा यहां के आदिम जनजाति पहाड़ियां को छलने का काम किया जा रहा है। उनके तन में आज भी अपनी लज्जा ढकने के लिए कपड़े नसीब नही होता है।शुद्ध पेयजल नही मिलता है। पोष्टिक आहार की कमी की वजह से अल्प काल मे ही पहड़ियां जाति स्वर्ग सिधार जाते है।इसलिए जब तक अलग सांवरिया कंट्री नही मिलेगा, तब तक पहाड़िया का विकास सम्भव नही है।अंग्रजो के शासनकाल में 1894 में सौउरिया कंट्री बनाया गया था। तब यहा के राजा पहड़िया हुआ करता था। गुलामी के खिलाफ़ अंग्रेजो के विरोध में 1771 में पहाड़ियां ने ही पहला बिगुल फूंका था।तभी वारेन हेस्टिंग्स के द्वारा 1300 पहड़िया बटालियन का गठन किया था।साथ ही कहा कि आज हम सरकार को यह संदेश देने का काम कर रहे हैं ओर लोगों को जागरुक भी कर रहे हैं कि हमारा अधिकार क्या है हम किस क्षेत्र के मालिक है। लेकिन आजाद भारत में हमें संवैधानिक सत्ता भी चाहिए और प्रशासनिक अधिकार भी चाहिए। लेकिन आज इस सबसे वंचित है। इसलिए आज इस महासम्मेलन से हम लोग सरकार को यह संदेश दे रहे हैं की पहाड़िया के लिए जो ग्रामीण क्षेत्र में आरक्षित क्षेत्र है ।छ:विधानसभा और दो लोकसभा सीट हैं वह पहाड़ियां के लिए अलग करते हुए ,हमें समर्पित करें ।तभी जाति का संरक्षण और कल्याण हो सकता है ,नहीं तो हमलोग साजिश के शिकार हमेशा बनते रहेंगे । छोटे-छोटे विकास से हम लोगों को शोषण किया जा रहा है। आज भी अत्याचार और शोषण में कमी नहीं आई है। बल्कि बढ़ोतरी हुई है। जिस प्रकार निजी जनप्रतिनिधि के बगैर हम इस जनजाति को संरक्षण नहीं दे सकते ।इसलिए कि दूसरा जाति का लोग हमें संरक्षण नहीं बल्कि हमें शोषण करने में जनप्रतिनिधि लोग लगे हुए हैं।उसे हम जागरुक करते हुए, लोगों को आज संदेश दिया है । साथ ही उन्होंने कहा कैबिनेट मंत्री इरफान अंसारी के नाम 19 सूत्री मांग पत्र को देकर सरकार को अवगत कराया जाएगा। मौके पर धर्मेन्द्र मालतो, बैजनाथ पहाड़िया,पुसा पहाड़िया,निजरी पहाड़िया,राम पहाड़िया, कमलेश्वर पहाड़िया,रामजीवन देहरी,रामी पहाड़ीन, मोहन देहरी सहित हजारों कि संख्या में महिला व पुरुष मौजूद थे।
