उपायुक्त ने कहा अब खेल-खेल में बच्चों का शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, बौद्धिक एवं संज्ञानात्मक विकास होगा।
राजकुमार भगत
पाकुड़। उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल की विशेष पहल से जिले के 100 आंगनबाड़ी केंद्रों में अनौपचारिक शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए डीएमएफटी मद के तहत प्री-स्कूल किट्स की आपूर्ति की गई है। इसके तहत पाकुड़ एवं महेशपुर परियोजना के 20-20 आंगनबाड़ी केंद्र में नामांकित बच्चों के शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, बौद्धिक एवं संज्ञानात्मक विकास को ध्यान में रखते हुए ईसीसी करिकुलम बुक, एक्टिविटी बुक, असेसमेंट कार्ड, स्कूल बैग, यूनिफॉर्म सेट,क्रेयोंस , पेंसिल बॉक्स, क्ले पास्टल, कलर , स्लेट पेंसिल, पिक्चर कार्ड, वाई-फाई ,ब्लूटूथ , स्पीकर, पेन ड्राइव, वुडन अल्फाबेट्स वुडन हिंदी वर्णमाला वुडन नंबर, सॉफ्ट बॉल, हाइजीन किड्स उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा आंगनबाड़ी सेविकाओं के लिए जेकेट्स एवं सहायिकाओं के लिए एप्रोन की आपूर्ति की गयी है। उपायुक्त ने बताया कि प्री-स्कूल किट्स के माध्यम से विभिन्न प्रकार के गतिविधियों एवं खेल-खेल के माध्यम से बच्चों को अनौपचारिक शिक्षा देते हुए उनके शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, बौद्धिक एवं संज्ञानात्मक विकास कराया जाएगा। इधर प्री-स्कूल किट्स उपलब्ध कराये जाने एवं प्राप्त किट्स द्वारा विभिन्न गतिविधियों एवं खेल-खेल के माध्यम से दिये जा रहे ।अनौपचारिक शिक्षा से बच्चों और अभिभावकों में भी विशेष उत्साह देखा जा रहा है और बच्चों की उपस्थिति में वृद्धि हुई है।
