सूचना पट गायब, जिम्मेदारी नदारद, विभाग की आंखों के सामने नियमों की उड़ रही धज्जियां।
खबर छपने के बाद भी विभाग बेपरवाह।
लिट्टीपाड़ा (पाकुड़) | पहले भी मामला उजागर हुआ, मीडिया ने दिखाया, लेकिन विभाग के जिम्मेदार अब तक खामोश हैं। लिट्टीपाड़ा प्रखंड के सठीया में उत्क्रमित मध्य विद्यालय भवन निर्माण कार्य बिना सूचना पट लगाए ही तेजी से चल रहा है। नियम-कानून ताक पर हैं, ठेकेदार मनमानी पर उतर आया है और विभागीय अधिकारी तमाशबीन बने बैठे हैं।
स्थानीय लोगों ने सवाल उठाया है कि आखिर जब खबर प्रकाशित होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो क्या विभाग ठेकेदार के साथ मिला हुआ है? ग्रामीणों ने बताया कि छत निर्माण में सिटी गोल्ड, दुर्गापुर ब्रांड का छड़ इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार, किसी भी सरकारी निर्माण कार्य में सूचना पट लगाना अनिवार्य होता है, ताकि जनता को यह पता चल सके कि योजना किस मद से, कितनी लागत में और कब तक पूरी होगी। लेकिन यहाँ न पारदर्शिता दिख रही है, न जवाबदेही। विभागीय सूत्रों का कहना है कि अधिकारी और ठेकेदार के बीच मिलीभगत के कारण ही यह खेल जारी है। मीडिया में मामला आने के बावजूद कोई जांच नहीं हुई। जब भवन निर्माण विभाग के कनीय अभियंता से बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने फोन रिसीव करना भी जरूरी नहीं समझा।











