राजकुमार भगत
पाकुड़ | झारखंड स्थापना दिवस के 25वें वर्ष और धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर शनिवार को बिरसा चौक पर श्रद्धांजलि का माहौल रहा। भाजपा और जेएलकेएम—दोनों दलों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी सुबह से ही बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे और एक स्वर में उनके संघर्ष, त्याग और विचारों को नमन किया। भाजपा जिलाध्यक्ष अमृत पाण्डेय के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि बिरसा मुंडा ने जिस देशभक्ति की ज्योति प्रज्वलित की, वह पीढ़ियों तक मार्ग दिखाती रहेगी। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा का “अबुआ दिसुम, अबुआ राज” का नारा आज भी आत्मसम्मान और स्वाभिमान का प्रतीक है। पांडेय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिरसा जयंती को राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस घोषित करने को जनजातीय समाज के सम्मान से जोड़कर बताया।
वहीं जेएलकेएम के जिला अध्यक्ष मार्क बास्की भी कार्यकर्ताओं संग बिरसा चौक पहुंचे और प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा का स्वतंत्रता संग्राम में योगदान भारतीय इतिहास का अद्वितीय अध्याय है, जिसे नई पीढ़ी तक पहुंचाना सभी की जिम्मेदारी है। दोनों दलों के नेताओं ने कहा कि बिरसा मुंडा का जीवन जनजातीय अधिकार, संघर्ष और स्वाभिमान का जीवंत संदेश है। अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ उनकी लड़ाई भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा देने वाली थी। कार्यक्रम में भाजपा की ओर से जिला महामंत्री रूपेश भगत, विवेकानंद तिवारी, सोहन मंडल, मनीष पांडे, धर्मेंद्र त्रिवेदी, रतन भगत, हिसाबी राय, राणा शुक्ला, सुशील साह सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे। वहीं जेएलकेएम के कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
बिरसा चौक पर पूरे दिन श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा और पूरे क्षेत्र में स्थापना दिवस एवं बिरसा जयंती का उत्साह छाया रहा।













