पाकुड़। जिला परिवहन पदाधिकारी के निर्देश पर सोमवार को अपग्रेड हाई स्कूल पाकुड़ तोरई में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया। अभियान के तहत स्कूल के लगभग 150 छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को सड़क सुरक्षा के नियमों की अहम जानकारी दी गई। कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा से जुड़े विशेषज्ञों ने बताया कि वाहन चलाते समय हेलमेट और सीट बेल्ट जैसे सुरक्षा उपायों का पालन करना न केवल खुद की, बल्कि अन्य राहगीरों की जान बचा सकता है। सड़क पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल कितना घातक हो सकता है, इस पर विशेष रूप से चेताया गया। छात्रों, शिक्षकों और उनके परिजनों को प्रेरित किया गया कि वे वाहन चलाते समय हमेशा सीट बेल्ट और हेलमेट का उपयोग करें। जागरूकता सत्र के दौरान सभी प्रतिभागियों को यातायात नियमों के पालन की शपथ भी दिलाई गई। वक्ताओं ने कहा कि यदि हम सभी यातायात के नियमों का कड़ाई से पालन करें, तो सड़क हादसों को काफी हद तक टाला जा सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे अपने परिवार को भी सुरक्षा नियमों के पालन हेतु प्रेरित करें।
इस मौके पर “गुड समैरिटन” योजना की जानकारी भी दी गई। बताया गया कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को ‘गोल्डन ऑवर’ के भीतर अस्पताल पहुंचाने वाले नेक व्यक्ति को 2,000 रुपये नकद और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। वहीं, अस्पताल में घायल को पहुंचाने वाले व्यक्ति का नाम दर्ज कर चिकित्सकीय प्रमाणन के बाद यह लाभ दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, गंभीर दुर्घटना की स्थिति में यदि कोई अज्ञात वाहन से दुर्घटना करता है (हिट एंड रन केस), तो पीड़ित को 2 लाख रुपये तक की मुआवजा राशि और घायल होने पर 50 हजार रुपये तक की सहायता का प्रावधान है। अभियान के दौरान सड़क सुरक्षा प्रबंधन अधिकारी रितेश कुमार सिंह, रोड इंजीनियर एनालिस्ट मोहम्मद अजहद अंसारी, अमित कुमार राम सहित विद्यालय के शिक्षकगण भी मौजूद रहे। प्रतिभागियों के बीच सड़क सुरक्षा पुस्तिका और पंपलेट भी वितरित किए गए।
