राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पूरे देश में संपर्क एवं सेवा अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत स्वयंसेवक घर-घर पहुंचकर लोगों से संवाद कर रहे हैं और संघ की शताब्दी यात्रा तथा सेवा कार्यों से अवगत करा रहे हैं। इसी क्रम में “संघ यात्रा : संगठन व सेवा के 100 वर्ष” शीर्षक पुस्तक सहित विभिन्न साहित्य भी लोगों में वितरित किए जा रहे हैं। पुस्तक के माध्यम से संघ की एक सदी की संगठनात्मक यात्रा, विचारधारा, समाजजीवन में उसके योगदान तथा जनसेवा से जुड़े विविध पहलुओं को सरल रूप में प्रस्तुत किया गया है। इसमें संघ के पंच परिवर्तन—सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, कुटुंब प्रबोधन, स्व-आधारित जीवन तथा नागरिक कर्तव्य बोध—से जुड़ी विस्तृत जानकारी भी शामिल है। स्वयंसेवकों का उद्देश्य है कि शताब्दी वर्ष पर संघ की गतिविधियों, सेवा कार्यों और राष्ट्रनिर्माण में उसकी भूमिका की वास्तविक तस्वीर समाज तक सीधे और सुलभ रूप में पहुंचाई जा सके।





