राजकुमार भगत
पाकुड़। धनतेरस को लेकर बाजार में चहल-पहल बढ़ गई है ।दुकानों को दुल्हन की तरह सजाया गया है।, बल्ब बत्ती से उसे आकर्षक बनाया गया है। लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं 11 नवंबर को दोपहर 1:57 तक खरीदारी करेंगे। धनतेरस की अवसर पर प्रदोष काल में कई दुकानों प्रतिष्ठानों घरों में माता लक्ष्मी गणेश कुबेर एवं धनवंतरी की पूजा अर्चना की गई। इस अवसर पर सभी संप्रदाय के लोग सोने चांदी , फ्रिज अलमारी , भगवान की मूर्ति , पीतल तांबा कांसा स्टील के बर्तन, घड़ी घंटा लक्ष्मी गणेश की मूर्ति, झाड़ू ,मिट्टी के दिये, सजावट एवं डेकोरेशन के समान, रेफ्रिजरेटर एसी, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, खरीद रहे हैं ।
कुछ दुकानों में 0% ब्याज पर सामान दिए जा रहे हैं। एक से बढ़कर एक ऑफर है। ग्राहक भी इस योजना का पूरा लाभ उठाते हैं। लोग 0% ब्याज पर फ्रिज कूलर एसी अलमारी आदि खरीद रहे हैं। सोने चांदी की दुकान में सोने की एवं चांदी के सिक्के , जेवरात खरीद रहे हैं।बाजार में चाइनीस विद्युत सज्जा की भरमार है।₹35 से लेकर हजारों रुपए की विद्युत बल्ब मिल रहा है। मिट्टी के दिए भी खूब बिक रहे हैं। लोग धनतेरस पर भगवान लक्ष्मी गणेश धनवंतरी की मूर्ति के साथ-साथ उनके वस्त्र, झाड़ू ,धनिया, नमक भी खरीद रहे हैं। पटाखे की दुकान भी काफी मात्रा में लगी है। लेकिन कीमत सुनकर ग्राहक पीछे हट रहे हैं। मंद गति से दिए की बिक्री हो रही है। लोग 21- 31 – 50 दिए खरीद रहे हैं। जिससे कि नियम की पूर्ति किया जा सके। तेल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए अब लोग इसे नजरअंदाज कर रहे हैं। इसकी जगह चाइनीस बाल और दिए ने ले लिया है। तरह-तरह के आकर्षण लाइट इस वर्ष दिवाली के रौनक और बढ़ाने वाली है।
और यदि इधर बड़े दुकानदारों की माने तो इस वर्ष गत वर्ष की अपेक्षा दुकानों में खरीदारों की संख्या घटी है। दुकान अधिक हो जाने से खरीदार बट गए हैं। जितनी अपेक्षा की गई थी वह अपेक्षा पूरी नहीं हुई। जबकि कुछ दुकानदारों का मानना है की बिक्री संतोषजनक रहा। धनतेरस का उत्सव पर कई दुकानदारों में माइक से अनाउंसमेंट कर अपनी अपनी दुकानों की उपलब्धि गिना रहे हैं।