बच्चे बनें स्वच्छता के दूत, तभी समाज होगा जागरूक: प्रधानाध्यापक
पाकुड़: स्वच्छता पखवाड़ा के तहत सदर प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय नवीनगर में शनिवार को ‘नो प्लास्टिक जागरूकता अभियान’ चलाया गया। इस दौरान छात्रों ने स्वच्छता स्लोगन के साथ गांव की गलियों में रैली निकाली और प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने व साफ-सफाई बनाए रखने का संदेश दिया।कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना सभा में हुई, जिसमें प्रधानाध्यापक ने स्वच्छता अभियान का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि छात्रों को प्रतिदिन स्वच्छता के लाभों के बारे में जानकारी दी जाती है ताकि वे अपने परिवार और समाज को भी जागरूक कर सकें। महात्मा गांधी के स्वप्न को साकार करने के लिए प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि वह स्वच्छता को अपनी दिनचर्या में शामिल करे।विद्यालय परिसर, आंगनबाड़ी केंद्र, अस्पताल और आसपास के क्षेत्र में सफाई कर छात्रों और शिक्षकों ने एक मिसाल पेश की। स्वच्छ भारत मिशन के तहत विद्यालय स्तर पर निबंध लेखन, स्लोगन लेखन, चित्रांकन और वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन कर बच्चों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया गया।कार्यक्रम के अंतर्गत ‘माँ के नाम पौधरोपण’ अभियान भी चलाया गया, जिसके तहत विद्यालय के शिक्षकों ने एक-एक पौधा अपने घरों में लगाया।इस अवसर पर मोहम्मद मुसर्रफ हुसैन, मनिरुल इस्लाम, हन्ना मुर्मू, नेली मरांडी, अमीना खातून, सांत्वना मुर्मू, शरीफ इकबाल, मैथ्यूज मरांडी, अपर्णा दास, आरती मुर्मू, सुजीत कुमार यादव, अमृत कुमार यादव, राम यादव, अजय यादव सहित अन्य शिक्षकों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।विद्यालय परिवार ने सामूहिक रूप से यह संदेश दिया कि जब छात्र-छात्राएं, शिक्षक और अभिभावक मिलकर स्वच्छता के लिए आगे आएंगे, तभी स्वच्छ भारत का सपना साकार होगा।

