पाकुड़। मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय (राज प्लस टू), पाकुड़ में बुधवार को हाउस ड्रेस कोड का पालन नहीं करने वाले कई छात्र-छात्राओं को स्कूल में प्रवेश नहीं दिया गया। विद्यालय प्रशासन द्वारा सख्ती से लागू किए गए ड्रेस कोड नियम के तहत, निर्धारित वेशभूषा में नहीं आने वाले विद्यार्थियों को स्कूल परिसर से लौटाया गया। स्कूल प्रबंधन के अनुसार, बुधवार और शनिवार को छात्रों को अपने आईकार्ड में अंकित ‘हाउस कलर’ के अनुसार रंगीन टीशर्ट पहनना अनिवार्य किया गया है। बावजूद इसके, बड़ी संख्या में छात्र निर्धारित पोशाक के बिना विद्यालय पहुंचे, जिन्हें स्कूल स्टाफ ने स्नेहपूर्वक समझाया और वापस घर भेज दिया। वहीं, निर्धारित ड्रेस में पहुंचे छात्रों का विद्यालय में स्वागत किया गया और उन्हें कक्षाओं में प्रवेश की अनुमति दी गई। विद्यालय के प्राचार्य आशुतोष कुमार ने बताया कि यह निर्णय जिला शिक्षा पदाधिकारी के स्पष्ट निर्देशों के अनुरूप लिया गया है। “पिछले दो वर्षों से छात्रों को लचीलापन दिया गया, लेकिन अपेक्षित परिणाम नहीं मिले। इसलिए अब स्कूल में अनुशासन और एकरूपता बनाए रखने के लिए सख्ती आवश्यक हो गई है,” उन्होंने कहा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत छात्रों को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाती है, ताकि वे आवश्यक शिक्षण सामग्री और पोशाक की व्यवस्था कर सकें। ऐसे में ड्रेस कोड का पालन न करना अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। विद्यालय प्रशासन का मानना है कि ड्रेस कोड केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि अनुशासन, समानता और एकता का प्रतीक है। निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी विद्यालयों में भी अनुशासित और सकारात्मक शैक्षणिक वातावरण सुनिश्चित करना अब प्राथमिकता बन चुका है।
