पाकुड़, मंगलापाड़ा स्थित प्राचीन शिव मंदिर भूतेश्वर नाथ में गुरुवार को 13 दिवसीय रुद्राभिषेक और श्रृंगार पूजन का धार्मिक अनुष्ठान पूर्णाहुति के साथ संपन्न हो गया। यह अनुष्ठान प्रत्येक वर्ष सावन महीने में पारंपरिक रूप से आयोजित किया जाता है, जिसकी शुरुआत 27 जुलाई से हुई थी। इस धार्मिक आयोजन में प्रतिदिन अलग-अलग यजमानों द्वारा पूजा-अर्चना की गई। अनुष्ठान के अंतिम दिन पुरोहित ओंकार मिश्रा, प्रभाकर मिश्रा और शिवशंकर पांडे द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ रुद्राभिषेक और श्रृंगार पूजन कराया गया। अंतिम दिन यजमान के रूप में श्यामसुंदर भगत ने अपनी पत्नी और परिवार के साथ पूजा संपन्न की।
श्यामसुंदर भगत ने जानकारी दी कि वर्ष 1957 में मंदिर निर्माण के बाद से यह परंपरा लगातार चली आ रही है। हर साल सावन में 13 दिनों तक शिवभक्त विशेष श्रृंगार और रुद्राभिषेक के माध्यम से बाबा भूतेश्वर नाथ की पूजा करते हैं। पूजा में बेलपत्र, गंगाजल, भांग, धतूरा, फलों के रस और फूलों का उपयोग किया जाता है, वहीं भगवान शिव को छप्पन भोग अर्पित किए जाते हैं। इस बार यजमान के रूप में पवन कुमार भगत, तारकेश्वर भगत, कैलाश भगत, किशन कुमार, लोकनाथ भगत, राहुल भगत, रिशु भगत, गौरव प्रकाश, अभिषेक कुमार, सौरभ प्रकाश, आयुष कुमार, प्रीतम कुमार भगत समेत कई श्रद्धालु शामिल हुए। अनुष्ठान की पूर्णाहुति के बाद श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसाद का वितरण किया गया। आयोजन को लेकर मंदिर परिसर में पूरे 13 दिनों तक भक्तिमय वातावरण बना रहा।
