पाकुड़। हरिनडांगा मंसूरी टोला स्थित बापू पुस्तकालय में मकतब दीनियत का वार्षिक समारोह बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में मौलाना खलीलूर रहमान ने शिरकत की, जबकि कार्यक्रम की शुरुआत हाफ़िज़ इरशाद ने कुरआन पाठ से की। समारोह को संबोधित करते हुए मौलाना खलीलूर रहमान ने कहा कि मकतब दीनियत का उद्देश्य बच्चों में इल्म (ज्ञान) की रोशनी फैलाना है। उन्होंने कहा कि इस्लाम में शिक्षा हासिल करना फर्ज़ है — क्योंकि बिना शिक्षा के इंसान और जानवर में कोई फर्क नहीं रह जाता। अगर अपने मजहब और जीवन के मकसद को समझना है, तो शिक्षा बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि मकतब दीनियत बच्चों को दीन और हदीस की शिक्षा देकर उन्हें एक मुकम्मल इंसान बनाता है, ताकि वे जीवन को इस्लामी उसूलों के अनुसार गुजारें और दुनिया व आखिरत दोनों में कामयाबी हासिल करें। मौलाना ने लोगों से अपील की कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से मकतब भेजें। समारोह में मौलाना कुद्दूस साहब और हाफ़िज़ मुमताज़र साहब ने भी उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को दीन के साथ-साथ दुनियावी तालीम भी दी जानी चाहिए, ताकि वे संतुलित जीवन व्यतीत कर सकें। कार्यक्रम का संचालन हाफ़िज़ सज्जाद ने किया। इस दौरान मकतब की वार्षिक परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई। कार्यक्रम में इरशाद नाज़, आलमगीर अंसारी, इमरान, शाहजहां, हाजी रशीद और अख्तर हुसैन समेत अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।












