राजपोखर पंचायत व पाकुड़िया प्रखंड को रांची में किया गया सम्मानित, सुशासन और जनभागीदारी के मॉडल बने।
पाकुड़ जिले ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि यदि संकल्प और समर्पण हो तो बदलाव मुमकिन है। पंचायती राज मंत्रालय द्वारा जारी पंचायत उन्नति सूचकांक 1.0 में जिले की राजपोखर ग्राम पंचायत (प्रखंड- पाकुड़िया) और पाकुड़िया प्रखंड को उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया है। राजधानी रांची के बीएनआर होटल में आयोजित समारोह में पंचायती राज निदेशक बी. राजेश्वरी बी एवं अपर सचिव शैल प्रभा कुजूर ने राजपोखर पंचायत की मुखिया ललिता टुडु, जिला पंचायत राज पदाधिकारी प्रीतिलता मुर्मू और डीपीएम आनंद प्रकाश को यह सम्मान प्रदान किया। इस खास मौके पर उपस्थित अधिकारियों और प्रतिनिधियों के चेहरों पर गर्व और आत्मविश्वास की झलक थी। इस उपलब्धि को पंचायतों के सुशासन, लोक सहभागिता, योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन, पारदर्शिता और आत्मनिर्भरता के आधार पर आंका गया।
पहली बार जारी सूचकांक में पाकुड़ की तीन पंचायतों ने बनाई टॉप-25 में जगह
राजपोखर, पाकुड़िया और पलियादाहा — इन तीनों पंचायतों ने राज्य की टॉप 25 पंचायतों में अपनी जगह बनाकर जिले को गर्व करने का अवसर दिया है। जिला पंचायत राज पदाधिकारी प्रीतिलता मुर्मू ने बताया कि यह मूल्यांकन नौ प्रमुख विषयों — गरीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य, बाल अधिकार, जल आपूर्ति, स्वच्छता, बुनियादी ढांचा, सामाजिक न्याय, सुशासन और महिला सशक्तिकरण — के आधार पर किया गया।
उपायुक्त ने दी बधाई
इस अवसर पर पाकुड़ उपायुक्त मनीष कुमार ने संबंधित पंचायत प्रतिनिधियों, सचिवों और कर्मियों को हार्दिक बधाई दी और उम्मीद जताई कि यह सम्मान अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेगा। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि “आत्मनिर्भर पंचायत” की दिशा में जिले के सतत प्रयासों की पुष्टि करता है।
क्यों खास है यह सम्मान?
पंचायत उन्नति सूचकांक 1.0″ भारत सरकार की एक नवीन पहल है, जो ग्राम पंचायतों की प्रशासनिक दक्षता और जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की गुणवत्ता को आंकने के लिए शुरू की गई है। इसका उद्देश्य पंचायतों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और नवाचार को बढ़ावा देना है।

