स्कूलों की छुट्टी होने व नो इंट्री के खुलने के समय सड़क पर थम जाती है जिंदगी
शासन प्रशासन के द्वारा बायपास का कोई विकल्प न कर पाने से रोज कई घंटे जाम को झेल रहा शहर।
सुदीप कुमार त्रिवेदी
जिला मुख्यालय के लोग व सड़कें दोनो हर दिन के शहर में लगने वाले जाम से काफी परेशान रहते हैं । सड़कों पर हर रोज बढ़ती यातायात के साधनों की भरमार व वाहन चालकों की वाहन चलाने व अपने वाहन को मनमाने तरीके से पार्किंग करने की वजह से यह परेशानी हर दिन और भी भयानक हो जाती है । यह स्थिति स्कूलों की छुट्टी होने व नो इंट्री के खुलने के समय और भी भयावह हो जाती है । नतीजतन पूरे शहर का मुख्य सड़क केवल रेंगती गाड़ियों से पट जाता है जबकि रेलवे फाटक से लेकर धनुषपूजा तक की सड़कें अमूमन वैसे ही जाम रहती है । ऐसी स्थिति में सबसे भयानक स्थिति न्यायालय परिसर व बैंक के सामने वाली मुख्य सड़क की होती है जहाँ पहले से ही सड़क के किनारे दो पहिया वाहन खड़ी रहती है, दूसरी ओर बिना नंबर वाले टोटो चालक यात्री के लिए न्यायालय के मुख्य गेट व बैंक के सामने ही अपना टोटो ई रिक्शा खड़ा कर देते हैं । इसके कारण सड़क के इस पार से उस पार जाने में भी समस्या होती है । उपर से तुर्रा ये कि इस दौरान शहर के किसी भी चौक चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस के जवान मौजूद नही रहते हैं । हालांकि इस समस्या के बाबत कई राजनीतिक दलों ने संबंधित विभाग से पत्राचार भी किया है परंतु समस्या जस की तस रही है ।