हम इस बहन की लड़ाई पूरी मजबूती से लड़ेंगे, जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, अजहर।
बजरंग पंडित
पाकुड़, न्याय न मिलना ही गरीब को और भी बेबस बना देता है। इस कहावत को सच साबित कर रही है इस्लामपुर गांव की एक महिला, जो बीते तीन साल से पति की प्रताड़ना के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है, लेकिन अब तक न्याय से वंचित है। जानकारी के अनुसार, इस्लामपुर गांव की एक युवती का निकाह तीन साल पहले कांग्रेस के एक सक्रिय कार्यकर्ता से हुआ था। निकाह के कुछ ही समय बाद पति ने महिला को घर से निकाल दिया। महिला ने कई बार पंचायत और थाना का दरवाजा खटखटाया, लेकिन हर बार उसे मायूसी ही हाथ लगी। पीड़िता का आरोप है कि उसका पति राजनीतिक पहुंच और पार्टी के रसूख का इस्तेमाल कर मामले को दबाता रहा। न तो वह उसे साथ रखता है, न ही गुजारा भत्ता देता है। इस वजह से वह मानसिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से लगातार टूटती जा रही है। थक-हारकर महिला सामाजिक कार्यकर्ता अजहर इस्लाम के पास पहुंची और अपनी पीड़ा साझा की। युवा नेता सह समाजसेवी अजहर इस्लाम ने उसे कानूनी मदद दिलाने का भरोसा देते हुए कहा, हम इस बहन की लड़ाई पूरी मजबूती से लड़ेंगे, जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे।