पाकुड़िया/अमरापाड़ा। क्राइस्ट एडवेंटिस्ट स्कूल गोविंदपुर में पढ़ने वाले प्रथम कक्षा के छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद शुक्रवार को परिजनों और गांववालों में आक्रोश फैल गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि छात्रावास में तबीयत बिगड़ने के बाद भी विद्यालय प्रबंधन ने समय पर इलाज नहीं कराया और सूचना भी देर से दी, जिसके कारण बच्चे की जान नहीं बच सकी। जानकारी के अनुसार, अमरापारा थाना क्षेत्र के छोटा पहाड़पुर निवासी 12 वर्षीय रोहित मरांडी क्राइस्ट एडवेंटिस्ट स्कूल के छात्रावास में रहकर पढ़ाई करता था। दो दिन पहले उसकी तबीयत बिगड़ी, लेकिन परिजनों का कहना है कि विद्यालय प्रबंधन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। गुरुवार को सूचना मिलने पर परिजन छात्र को इलाज के लिए अमरापाड़ा ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। अमरापाड़ा पहुंचे पर एक निजी डॉक्टर ने जांच के बाद रोहित को मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर फैलते ही शुक्रवार दोपहर परिजन रोहित के शव को लेकर दोबारा विद्यालय पहुंचे और अमरापारा–पीडब्ल्यूडी मुख्य मार्ग को दो घंटे तक जाम कर दिया। स्थिति को देखते हुए पाकुड़िया पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों व स्कूल प्रबंधन के बीच बातचीत कराई। वार्ता के बाद परिजनों ने जाम हटाया और शव को घर ले गए।
थाना प्रभारी ने बताया कि परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया है और न ही किसी प्रकार की लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस ने सड़क जाम हटाकर आवागमन सामान्य करा दिया।














