कोलियरी क्षेत्र में प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त जांच, कोयला परिवहन में अनियमितता रोकने के निर्देश।
अमर भगत
अमड़ापाड़ा। कोयला परिवहन में पारदर्शिता और नियमों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए अमड़ापाड़ा कोलियरी क्षेत्र में शुक्रवार को उपायुक्त के निर्देश पर प्रशासनिक अधिकारियों ने संयुक्त जांच अभियान चलाया गया। इस जांच में अनुमंडल पदाधिकारी पाकुड़, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी महेशपुर, जिला खनन पदाधिकारी पाकुड़, जिला खनन निरीक्षक पाकुड़ और अमड़ापाड़ा थाना प्रभारी ने हिस्सा लिया। जांच के दौरान कोलियरी क्षेत्र से कोयला ढोने वाले वाहनों की गहन जांच की गई। अधिकारियों ने सभी परिवहनकर्ताओं को सख्त निर्देश दिए कि कोयला ढोने वाले प्रत्येक वाहन के पास परिवहन चालान अनिवार्य रूप से होना चाहिए। किसी भी वाहन को बिना वैध चालान के परिचालन की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा, अधिकारियों ने यह भी निर्देश दिया कि कोयला ढोते समय सभी वाहनों को ट्रिपाल से पूरी तरह ढककर परिचालन करना होगा ताकि धूल और अन्य समस्याओं से बचा जा सके। इस अभियान में अधिकारियों ने विशेष रूप से यह सुनिश्चित किया कि कोई भी वाहन ओवरलोड न हो। ओवरलोडिंग न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा पैदा करता है। अधिकारियों ने कोयला परिवहनकर्ताओं और वाहन मालिकों को चेतावनी दी कि यदि भविष्य में किसी भी प्रकार की अनियमितता पाई गई, तो उनके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। संयुक्त जांच अभियान के दौरान अधिकारियों ने स्थानीय कोलियरी प्रबंधन को भी निर्देशित किया कि वे परिवहन नियमों का कड़ाई से पालन करवाएं और सभी वाहनों की नियमित जांच करें। कोलियरी क्षेत्र में पारदर्शिता और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस तरह की जांच आगे भी जारी रहेगी। इस अभियान के बाद प्रशासनिक सख्ती के चलते कोयला परिवहन से जुड़े लोगों में हलचल है। स्थानीय लोगों और पर्यावरण संरक्षण से जुड़े संगठनों ने इस कदम की सराहना की है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस सख्ती से क्षेत्र में अवैध खनन और परिवहन पर अंकुश लगेगा और कोयला परिवहन प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनेगी।