Search

June 26, 2025 1:06 am

डिबिएल कोल कंपनी द्वारा कोल परिवहन दर घटाने को लेकर ट्रांसपोर्टर आंदोलन के मूड में।

स्थानीय लोगों के साथ कंपनी कर रही है नाइंसाफी,पाकुड़ जिला से बाहर की 30% से 40% गाड़ियां कोल कम्पनी कोयला के परिवहन में लगाए हुए हैं : ट्रांसपोर्टर।

कोयला परिवहन हेतु जितनी गाड़ियां कंपनी को चाहिए सारी गाड़ियां पाकुड़ जिला की हो, वाहन उपलब्ध सुनिश्चित करना ट्रांसपोर्टर की जिम्मेदारी।

डीजल का मार्केट दर 93.88 रुपए है मगर कंपनी जबरन 96 रुपए प्रति लीटर के दर से पैसा काटने को कह रही है:क्यू ट्रांसपोर्टर।

ट्रांसपोर्टरों की मांगे पूरी की जाए अन्यथा हम लोग आंदोलन करने पर विवश होंगे: कोल ट्रांसपोर्टर

यासिर अराफ़ात।

पाकुड़ : पचूवाड़ा कोल ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन द्वारा 25 जून को डीबीएल कोल कंपनी के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा गया था की कोल कंपनी ने मनमानी तरीके से कोल परिवहन दर घटा दिया है जो सरासर ट्रांसपोर्टरों के साथ अन्याय है. साथ ही यह भी आरोप लगाया था कि कंपनी मनमानी तरीके से भाड़ा तो घटा ही रही है साथ ही झारखंड से बाहर के लोगों को बुलाकर ट्रांसपोर्टिंग भी दे रही है और झारखंड से बाहर के रजिस्ट्रेशन वाले वाहन से कोल परिवहन कर रही है जिसमें हम स्थानीय ट्रांसपोर्टरों के रोजगार पर भी संकट मंडरा रह रहा है, जब स्थानीय ट्रांसपोर्टर की गाड़ी लेकर जाते हैं तो अभी आवश्यकता नहीं है बोलकर उन्हें घुमा दिया जाता है, इस मनमानी तानाशाही रवैया पर अंकुश लगाने और बाहरी ट्रांसपोर्टर एवं झारखंड के बाहर के रजिस्ट्रेशन नंबर के गाड़ी पर रोक लगाने को लेकर संगठन के सभी ट्रांसपोर्टर पाकुड़ जिला स्थित समाहरणालय पहुंच कर जिला के उपायुक्त को एक आवेदन पत्र सोपा था जिसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री झारखंड सरकार मंत्री सह विधायक पाकुड़, सांसद राजमहल, मुख्य सचिव झारखंड सरकार, विधायक महेशपुर, विधायक लिट्टीपाड़ा, पुलिस अधीक्षक पाकुड़, तथा अनुमंडल पदाधिकारी पाकुड़ को भी भेजा गया।इससे पहले भी 24 जून को उपायुक्त को इस विषय पर आवेदन दिया गया था जिसमें उपायुक्त को सूचना दी गई थी कि डीबीएल कोल कंपनी में कोयला परिवहन का कार्य करने के लिए हम लोगों को कंपनी 302 रुपया प्रति टन के दर से परिवहन का भाड़ा देती थी. परंतु अप्रैल 2024 से परिवहन करने के बाद जब हम लोग मई 2024 को अप्रैल माह का बिल जमा करने गए तो कंपनी ने कहा कि बिल ₹300 प्रति टन से बनेगा. उपायुक्त को इस बात से भी अवगत कराया गया था कि ट्रांसपोर्टरों की स्थिति अत्यंत दयनीय है. पाकुड़ कोल मार्ग की स्थिति किसी से छिपी नहीं है पूरे महीने में मुश्किल से 50 ट्रिप हो पाती है जबकि गाड़ी पार्ट्स टायर का दाम पिछले वर्ष की अपेक्षा मैं 15 से 20% बढ़ गया है महंगाई को देखते हुए हमें प्रत्येक वर्ष भाड़ा लगभग 15 से 20% कंपनी को बढ़ाना था परंतु कंपनी बिना ट्रांसपोर्टरों को पूर्व में सूचना दिए तानाशाही रवैया से भाड़ा को घटा दिया. डीजल का मार्केट दर 93.88 रुपए है मगर कंपनी जबरन 96 रुपए प्रति लीटर के दर से पैसा काटने को कह रही है.इस तानाशाही रवैया से हम सभी ट्रांसपोर्टर बहुत ही आहत है क्योंकि कंपनी पुण: परिवहन कर बोल सकती है कि इस महीने का बिल में ₹10 प्रति टन घटा दिया गया है जबकि दूसरी कोल कंपनी बीजीआर भी है जो ट्रांसपोर्टरों को 311 रुपए 50 पैसा प्रतिदिन के दर से भाड़ा देती है. मौके पर ट्रांसपोर्टर सहित संगठन के अध्यक्ष संतोष रजक सचिव पवन भगत तथा तनवीर अली उपाध्यक्ष विष्णु साहा तथा मनोज भगत कोषाध्यक्ष सुधीर चंद्र शाह तथा विकास भगत मौजूद थे.

प्रशासन की तरफ से अभी तक नहीं हुई है कोई पहल

प्रशासन को आवेदन देने के बावजूद भी अभी तक कोई पहल नहीं की गई है, जिससे सभी ट्रांसपोर्टर खफा नजर आ रहे हैं. ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट ने कहा कि अगर हमारी मांग जल्द पूरी नहीं होती है तो हम लोग आंदोलन करने पर विवश होंगे

Leave a Comment

लाइव क्रिकेट स्कोर