राजकुमार भगत
पाकुड़। देवउठनी एकादशी के पावन अवसर पर नगर में भक्ति और उल्लास का माहौल रहा। शनिवार देर रात सत्य सनातन संस्था की ओर से हिरणडांगा बाजार स्थित हरिण चौक के समीप तथा रविवार को बाबा नागेंद्रनाथ मंदिर परिसर में मां तुलसी और भगवान शालिग्राम का विवाह विधि-विधानपूर्वक संपन्न कराया गया। संस्था के संयुक्त सचिव अजय भगत की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा-अर्चना के बीच तुलसी माता का शालिग्राम जी से पारंपरिक रीति से विवाह कराया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। विवाह के बाद प्रसाद वितरण कर भक्तों ने धर्म और आस्था के इस पर्व का आनंद लिया। संयुक्त सचिव अजय भगत ने कहा कि तुलसी विवाह केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि सनातन आस्था का गहन प्रतीक है। यह पर्व समाज में पवित्रता, प्रेम और संस्कार की भावना को सशक्त करता है। वहीं उपरोहित पंडित राजीव पांडे ने बताया कि तुलसी विवाह कराने से कन्यादान के समान पुण्य की प्राप्ति होती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। उन्होंने कहा कि जिन घरों में कन्या नहीं होती, उन्हें तुलसी विवाह अवश्य करना चाहिए, इससे कन्यादान का फल प्राप्त होता है। कार्यक्रम में संस्था के अभिभावक सह संरक्षक विजय चंद चौधरी, सत्यम भगत, संतोष टिब्रीवाल, विशाल भगत सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे। पूरे नगर में देर रात तक भक्ति गीतों और जयघोषों की गूंज बनी रही।













