तोफिक राज
पाकुड़।सदर प्रखंड के ईशाकपुर पंचायत के प्राइमरी विद्यालय रंणडंगा में इस कड़ाके की ठंड के मोसम में भी बच्चों को विद्यालय के बाहर बरामदे पर बैठा कर शिक्षकों द्वारा परीक्षा लिया जा रहा हैं। ऐसा ही कुछ नजारा इशाकपुर पंचायत के रंणडंगा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में देखने को मिला, जब स्थिति के संबंध में यह संवाददाता विद्यालय पहुच कर जायजा लेने की कोशिश की तो देखा की छोटे छोटे बच्चे विद्यालय के बाहर बरामदे पर बैठकर इस कड़ाके की ठंड़ के मोसम में परीक्षा दे रहे हैं ।स्कूल से कुछ हटकर शौचालय पर नजर पड़ी तो वहां ताला लटक रहा था ।स्कूल में पेयजल की कोई उचित व्यवस्था नहीं दिखा । पूर्व अध्यक्ष द्वारा मध्यान भोजन का 9 बोरा चावल उठा लिया गया था पर वह चावल 9 बोरा चावल पूर्व अध्यक्ष द्वारा विद्यालय पहुंचाया गया है या किसी को पता नहीं इन्हीं सब सवालों को लेकर जब यह संवाददाता स्कूल के प्रधानाचार्य के कक्ष तक पहुंचा तो प्रधानाचार्य द्वार स्कूल से संबंधित किसी भी बिंदु पर बात करने से साफ इंकार कर दिया गया । वे सवालों से दूर भागते दिखे। हालांकि दिनांक 21/11/2022 को इस संवाददाता को प्रधानाचार्य द्वारा बताया गया था कि बाहरी खर्च हेतु दो तीन बोरा चावल वो लोग रखते है। काफी कुरेदने के बाद प्रधानाचार्य ने कहा कि स्कूल से संबंधित जो भी बात करना है उच्च अधिकारी से बात करें।मैं कुछ भी नही बता सकता। यह संवाददाता जब विभाग के उच्चाधिकारी से फोन से संपर्क करते इतना में एक शिक्षक संवाददाता का फोटो वीडियो बनाने में जुट गए।पंचायत के लोगो का शिकायत इस प्रधानाचार्य के खिलाफ पहले से ही सुना जा रहा था। ग्रामीणों ने बताया था कि किसी भी चीज की जानकारी के लिए प्रधानाचार्य के पास जाते है लेकिन कठोरता से बात करते हैं। साथ ही या बोलते हैं, कि जो कुछ बोलना है उच्च अधिकारी को बोलो लिखो मुझसे कोई भी सवाल जवाब मत करो।
इस संबंध में डीईओ पाकुड़ से फोन के माध्यम से जानने की कोशिश की गई तो डीईओ पाकुड़ के द्वारा bo से बातचीत कर लीजिए बोल कर पल्ला झाड़ लिया गया।