ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम का गृह क्षेत्र है पाकुड़,जहां विकास की शुरुवात गड्डे से ही होती है।
सड़क में गड्डे नही,गड्डे में सड़क है,ग्रामीणों का चलना हुआ दुर्भर।
पाकुड़ ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों का हाल बेहाल हो गया है। सड़कें टूटकर पूरी तहर से जर्जर हो चुकी हैं।मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर बसे सदर प्रखंड के मदनमोहनपुर पंचायत के गांव किलबिल नगर की सड़कों पर चलना मुश्किल हो रहा है। सड़क की बदहाली से चंद मिनट की दूरी तय करने में लोगों को घंटों लग जा रहे हैं। वहीं सड़कों में कदम-कदम पर बने गड्ढों से लोगों का राह चलना और दूभर हो रहा है। वहीं बारिश होने पर सड़क में बने गड्ढों में पानी भर जाने से राहगीरों को रास्ते का अंदाजा नहीं हो पाता और राहगीर गिरकर चोटहिल हो रहे हैं। यह सड़क किलबिल नगर से बंगाल को जोड़ती हैं सड़क में जगह-जगह बने गड्ढों से राह चलने वाले हो रही है परेशानी
ग्रामीणों का कहना है इस सड़क के बारे में लिखित आवेदन ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को दिया है फिर भी अभी तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई सिर्फ आश्वासन ही मिला है आपको बता दें कि कुछ ही दूरी पर ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम का घर है इसके बावजूद ग्रामीण सड़कों का बुरा हाल ग्रामीणों का आरोप है कि जानकारी के बावजूद जिम्मेदारों मूकदर्शक बने हुए हैं। इससे लोगों में रोष है। ग्रामीणों का कहना कि यह सड़क फरक्का कालियाचक मालदा धुलियान आदि गांवों को जोड़ती है। सड़क की गिट्टियां उखड़ कर बिखर गई हैं। इससे राहगीरों को आवागमन में परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से सड़क बनवाने अपील की है।

