तोफिक राज की रिपोर्ट पाकुड़।
पाकुड़। पाकुड़ प्रखंड परिसर स्थित भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान पाकुड़ द्वारा जेएसएलपीएस के हुनर दीदियों का महिला दर्जी का तीस दिवसीय आवासीय कार्यक्रम का समापन हुआ। आयोजित कार्यक्रम में निदेशक आरसेटी श्री कृष्णा दास, प्रखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक
जेएसएलपीएस पाकुड़ फैज आलम और वरिष्ठ संकाय सह कार्यक्रम समन्वयक आरसेटी पाकुड़ अमित कुमार बर्धन ने संयुक्त रूप से सफल 32 महिलाओं को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। निदेशक कृष्णा दास ने सभी सफल प्रतिभागियों के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
फैज आलम ने दीदियों को संबोधित करते हुए स्वरोजगार बनने के लिए उत्साहवर्धन किया। उन्होने हुनर योजना के अंतर्गत सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वरोजगार से जोड़ना और महिला सशक्तिकरण के साथ साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। मौके पर मौजूद आरसेटी के वरिष्ठ संकाय सह कार्यक्रम समन्वयक अमित कुमार बर्धन ने सभी अतिथियों और दीदियों को संबोधित करते हुए कहा कि महिला दर्जी एक ऐसी व्यवसाई हैं जिसमें रोजगार की असीम संभावनाएं हैं। मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताओं में वस्त्र शामिल हैं। वर्तमान समय में फैशन का दौर हैं। हमेशा नई-नई डिजाइन के कपड़े की मांग हैं। महिलाएं आत्मनिर्भर की ओर अग्रसर हो सकते हैं। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मूल्यांकन नेशनल एकेडमी ऑफ रुडसेट द्वारा प्रतिनियुक्त अधिकारी अरुण नाथ तिवारी और वानपलाशी सरकार ने किया। आज के इस मौके पर ट्रेनर सांत्वना भगत, संकाय वापी दास, कार्यालय सहायक शिबू कुनाई और संजीव कुमार मुर्मू उपस्थित थे।


