राजकुमार भगत
पाकुड़। पाकुड़ जिला मुख्यालय में जाम की समस्या कोई नई नहीं है । आज से 20 30 वर्ष पहले भी जब सिंगल वे रास्ते थे तब भी फाटक से लेकर पाकुड़ कोर्ट तक जाम लगा रहता था। आज समय काल परिस्थिति बदला , कितनी सरकारें आई गई ,सड़क चौड़ीकरण में हुई । अब आने और जाने की अपनी-अपनी साइड भी हैं। पर जाम वही है!! कहते हैं ना हम अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे हैं जब हम नहीं सुधरे तो तुम कैसे सुधरोगे ? ऐसा ही कुछ स्थिति है पाकुर शहरी क्षेत्र के सड़क का? आए दिन जाम लगा रहना अब तो इसकी आदत सी बन गई है। यह अलग बात है की प्रशासनिक स्तर पर इसे सुधारने के लिए टेबेल पर कई बार प्रयास किए गए पर जमीन पर कभी दिखाई नहीं पड़े। और इस विफलता का कारण सबको पता है। जब हम चाहेंगे नहीं तो जाम से लोगों को निजात मिलेगा कहां से ! हालांकि जाम की समस्या से निजात पाने के लिए कई बार प्रशासनिक बैठक हुई है। आज मंगलवार को भी दोपहर के समय काफी जाम देखे गए। गाड़ियों को रेंगते देखा गया ! इस सब में जो मैं कई वर्षों से अनुभव कर रहा हूं उससे ऐसा महसूस होता है की जाम होने के असली वजह हम जनता ही हैं । आगे जाने की जिद, अपनी पंक्ति छोड़ गलत दिशा की पंक्ति में प्रवेश जाम के मुख्य कारण है। आज भी हमने देखा की अपनी साइड छोड़ जल्दी जाने की जिद में लोग अपनी मोटरसाइकिल, कार आदि वाहन दाहिने साइड से निकालने के प्रयास कर रहे थे और इसका कारण हुआ की जब विपरीत दिशा से गाड़ी आ रही है तब वह आगे बढ़ नहीं पा रहे हैं। पीछे से दूसरी गाड़ी और आकर खड़ी हो जाती है ।अब वह पीछे भी नहीं जा पा रहे हैं ना आगे जा पा रहे हैं ना पीछे ! इस गलत दिशा के प्रवेश के कारण संपूर्ण जाम का कारण है । द्वितीय हमने पाया कि जिस समय नो एंट्री समाप्त होता है कुछ विद्यालय का छुट्टी भी उसी समय होता है। जिससे स्कूल बस भी जाम में फंसे होते हैं। बच्चे उतारने में भी या अपनी दिशा बदलने में सड़कों पर जाम लगता है। और इस जाम में हमने पाया कि एंबुलेंस फस जाते हैं। आज भी ऐसा ही हुआ। एक एंबुलेंस जो सदर अस्पताल की ओर बढ़ रही थी 30 से 30 मिनट तक जाम में फंसा रहा। लेकिन कहीं ऐसा नहीं दिखा जो जाम की समस्या से निजात दिलाता है। जब तक ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार नहीं होगी और गलत दिशा में प्रवेश करने वाले व्यक्ति पर निर्णायक ठोस कार्रवाई होगी, स्कूल बस या नो इंट्री के समय में बदलाव हो तो कुछ हद तक जाम की समस्या से निजात मिल सकता है। जब तक की बाईपास रोड की निर्माण नहीं हो!

