राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी अबुआ आवास योजना के तहत सोमवार को पाकुड़ जिले के 1500 लाभुकों को पक्के मकान मिले। जिले के सभी प्रखंडों में एक साथ गृह प्रवेश कार्यक्रम हुआ। सबसे अधिक 700 लाभुक पाकुड़ प्रखंड में शामिल हुए, जबकि महेशपुर में 300, पाकुड़िया में 170, हिरणपुर व लिट्टीपाड़ा में 125-125 और अमड़ापाड़ा में 80 लाभुकों ने नए घर में प्रवेश किया।
शहरकोल के मालीपाड़ा में मुख्य कार्यक्रम, डीडीसी ने कराया गृह प्रवेश
पाकुड़ प्रखंड के शहरकोल पंचायत अंतर्गत मालीपाड़ा गांव में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया ने लाभुकों को गृह प्रवेश कराया। इस मौके पर मुखिया विकास गोंड, बीडीओ समीर अल्फ्रेड मुर्मू, जिला समन्वयक निभा कुमारी, बीपीओ अजीत टुडू समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे।
नारियल फोड़ा, फीता काटा और हुआ गृह प्रवेश।
कार्यक्रम की शुरुआत लाभुक के नवनिर्मित आवास पर नारियल फोड़कर और फीता काटकर की गई। इसके बाद डीडीसी और अधिकारियों ने पौधारोपण कर पर्यावरण सरंक्षण का संदेश भी दिया। लाभुकों को प्रेशर कुकर और शॉल देकर सम्मानित किया गया।
सरकार ने सपना साकार किया, लाभुक
गृह प्रवेश करते वक्त कई लाभुकों की आंखें नम थीं। उन्होंने कहा, पहले कच्चे मकान में जिंदगी कट रही थी, अब पक्की छत मिल गई है। कई लोगों ने बताया कि उन्होंने ‘सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में आवेदन दिया था, जिसके बाद उन्हें योजना का लाभ मिला।
हर बेघर को मिलेगा अपना घर : डीडीसी
डीडीसी संथालिया ने कहा कि अबुआ आवास योजना के तहत तीन कमरे का पक्का मकान, शौचालय और नल-जल कनेक्शन मुफ्त में दिया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्माण कार्य में गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सभी प्रखंडों में हुए कार्यक्रमों में स्थानीय जनप्रतिनिधि और वरीय पदाधिकारी मौजूद रहे। लाभुकों ने मंच से अपने अनुभव साझा किए और राज्य सरकार के प्रति आभार जताया।
