राज्य में द्वितीय स्थान प्राप्त करने का गौरव पाकुड़ को, प्रोजेक्ट परख का रोल अहम
पाकुड़ । झारखंड बोर्ड द्वारा आयोजित दसवीं बोर्ड की परीक्षा में शिक्षा के क्षेत्र में झारखंड का सबसे पिछला जिला पाकुड़ इस बार इतिहास रचने में कामयाबी हासिल की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में कोडरमा के बाद पाकुड़ को द्वितीय स्थान प्राप्त करने का गौरव हासिल हुआ है। इसके लिए उपयुक्त पाकुड़ काफी सराहनीय प्रयास रहा है। पाकुड़ जिले का परीक्षा परिणाम 96.83 फीसदी रहा। पिछले वर्ष पाकुड़ 22वें स्थान पर था। इस वर्ष 7920 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इसके विरुद्ध 7669 छात्रों ने सफलता हासिल की है। परीक्षा परिणाम घोषणा के बाद जिला प्रशासन – शिक्षा विभाग और जिले वासियों में खुशी की लहर है। इस कामयाबी में विशेषकर उपायुक्त मनीष कुमार और पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार का अहम योगदान रहा है। जिन्होंने शिक्षा विभाग के साथ परीक्षा को लेकर योजनाबद्ध तरीके से काम किया। मंगलवार को परिणाम जारी किए जाने के बाद सोशल मीडिया पर प्रशासन के प्रयासों की सराहना का सिलसिला जारी है। दसवीं बोर्ड परीक्षा की परिणाम घोषणा के बाद जिला के मेधावी छात्र-छात्राओं को समाहरणालय पाकुड़ के सभागार में उपायुक्त मनीष कुमार एवं पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, डीडीसी महेश कुमार संथालिया ने छात्रों एवं उनके अभिभावकों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित करते हुए किट्स प्रदान की व केक काटकर खुशियो का इजहार किया। उपायुक्त मनीष कुमार एवं पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने पाकुड़ की इस उपलब्धि के लिए शिक्षा विभाग के तमाम पदाधिकारी, शिक्षक, अभिभावक और छात्र-छात्राओं को बधाई दी। उपायुक्त ने कहा कि 96.83 प्रतिशत रिजल्ट के साथ पाकुड़ के दूसरे स्थान पर पहुंचने की उपलब्धि में प्रोजेक्ट परख अहम साबित हुआ है। प्रोजेक्ट परख के तहत प्रत्येक शुक्रवार को दसवीं और बारहवीं के 45,000 छात्रों का सप्ताहिक जांच परीक्षा लिया गया।
विद्यालयों में शिक्षकों की उपलब्धता के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत 100 बीएड प्रशिक्षुओं की नियुक्ति किया गया था। विद्यालयों में बच्चों के बीच शैक्षणिक सत्र 2025-26 में पाठ्य पुस्तक, स्कूल बैग एफएलएन एवं ज्ञान सेतु पुस्तक का वितरण बेहतर परीक्षा परिणाम में काफी अहम रहा।
