जनजातीय ग्रामीणों के चेहरे पर आई मुस्कान, उपायुक्त ने खुद कराया घर में प्रवेश, शॉल और प्रेशर कुकर देकर किया सम्मानित।
प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम जनमन) के तहत अब ‘हर पीवीटीजी परिवार को छत’ का सपना साकार होता दिख रहा है। रविवार को पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा प्रखंड के बांडु पंचायत अंतर्गत केसीटिकरी गांव समेत जिले के सभी प्रखंडों में एक साथ 500 लाभुकों का गृह प्रवेश कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य कार्यक्रम में उपायुक्त मनीष कुमार ने स्वयं लाभुकों के साथ फीता काटा, नारियल फोड़ा और विधिवत गृह प्रवेश कराया। मौके पर मुखिया, बीडीओ और अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
घर पाकर भावुक हुए लाभुकों ने कहा — “कच्चे घर में बरसात डराती थी, अब पक्के घर में चैन की नींद आएगी। सरकार ने हमारा सपना पूरा कर दिया।”
पक्के घर के साथ मिला सम्मान, मिली खुशियों की सौगात
उपायुक्त ने लाभुकों को गृह प्रवेश के बाद प्रेशर कुकर और शॉल देकर सम्मानित किया। इसके बाद गांव में सभी पदाधिकारियों ने मिलकर पौधारोपण भी किया, जिससे हरियाली और स्वच्छता का संदेश भी दिया गया।
डीसी बोले – अब अंतिम पंक्ति का व्यक्ति भी बनेगा मजबूत
उपायुक्त मनीष कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री जनमन योजना देश के सबसे कमजोर आदिम जनजातीय समूहों को मुख्यधारा से जोड़ने की एक क्रांतिकारी पहल है। योजना के तहत लाभुकों को 2 कमरों वाला पक्का मकान, रसोई घर, और जरूरी सुविधाएं मिल रही हैं, जिससे जीवनस्तर में बड़ा सुधार हो रहा है।
जिलेभर में घर-घर सजी दीपावली जैसी रौनक
पाकुड़ जिले के सभी छह प्रखंडों में लाभुकों ने नए घर में गृह प्रवेश किया।
लिट्टीपाड़ा में सबसे ज्यादा 400 लाभुकों ने किया गृह प्रवेश
पाकुड़ और पाकुड़िया में 15-15,
महेशपुर व हिरणपुर में 30-30
अमड़ापाड़ा में 10 लाभुकों ने गृह प्रवेश किया।
हर प्रखंड में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों ने लोगों को घर का तोहफा सौंपा।

