पाकुड़। उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में जिले के 100 से अधिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के साथ शनिवार को बैठक आयोजित हुई। बैठक में मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए। उपायुक्त ने बताया कि इस पुरस्कार के लिए विद्यालयों को पानी, शौचालय, हैंडवाश, ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस, व्यवहार परिवर्तन व क्षमता निर्माण, जलवायु परिवर्तन व पर्यावरणीय स्थिरता, मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन, आपदा प्रबंधन, स्कूल हेल्थ एंड वेलनेस प्रोग्राम और मध्यान्ह भोजन जैसे 10 पैमानों पर मूल्यांकन के लिए उत्तर जमा करने होंगे। विद्यालयों का चयन 5-स्टार, 4-स्टार और 3-स्टार श्रेणी में होगा और बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्कूलों को नगद राशि भी दी जाएगी। स्वयं नामांकन की अंतिम तिथि 31 अगस्त तय की गई है। जिला स्तर पर सत्यापन 1 से 30 सितंबर तक होगा और विजेता विद्यालयों का चयन 15 अक्टूबर तक कर लिया जाएगा। उपायुक्त ने सभी विद्यालयों को तैयारी पूरी करने और 5-स्टार श्रेणी में आने का लक्ष्य रखने को कहा, ताकि पुरस्कार की राशि से स्कूल की जरूरतें पूरी की जा सकें। बैठक में शिक्षकों से आवश्यकताओं की जानकारी ली गई और उन्हें मध्यान्ह भोजन के बेहतरीन संचालन पर बधाई दी। साथ ही आने वाले महीने में स्कूलों में स्टूडेंट हेल्प ग्रुप, एंटरप्रेन्योरशिप हेल्प ग्रुप के गठन, सितंबर में एल्युमिनी मीट और असेंबली में ‘बोलेगा पाकुड़-आज क्या सीखा’ गतिविधि के संचालन का निर्देश दिया गया। इसके अलावा बाउंड्री वॉल, साइकिल स्टैंड, अतिक्रमण मुक्त स्कूल भूमि, शौचालय मरम्मती, जर्जर भवन ध्वस्तीकरण जैसे कार्यों हेतु आवेदन देने के निर्देश भी दिए गए। उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन जल्द ही बेंच-डेस्क, मध्यान्ह भोजन के बर्तन, तड़ित चालक आदि उपलब्ध कराएगा।
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