पाकुड़। जिले के पाँच प्रखंड—हिरणपुर, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर, पाकुड़ और पाकुड़िया में अनुसूचित क्षेत्रों में ग्राम सभा के अधिकार और जिम्मेदारियों पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। प्रशिक्षण में जनप्रतिनिधि, ग्राम प्रधान, वार्ड सदस्य, पारंपरिक लीडर और पंचायत प्रतिनिधि शामिल हुए। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को पंचायत (अनुसूचित क्षेत्र विस्तार अधिनियम – PESA), पंचायत राज अधिनियम, ग्राम सभा की संरचना, निर्णय प्रक्रिया, योजनाओं में भागीदारी, प्राकृतिक संसाधनों पर सामुदायिक अधिकार और पारदर्शिता जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गई। जिला पंचायत राज पदाधिकारी प्रीतिलता मुर्मू ने कहा कि ग्राम सभा लोकतंत्र की सबसे मजबूत नींव है और विकास योजनाओं के चयन से लेकर प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण तक इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से प्रशिक्षण से मिले ज्ञान को अपने-अपने क्षेत्रों में लागू करने की अपील की। प्रतिभागियों ने इस प्रशिक्षण को उपयोगी बताते हुए कहा कि इससे उन्हें अधिकारों और कर्तव्यों की स्पष्ट समझ मिली और वे ग्राम सभा को मजबूत बनाने में सक्रिय रहेंगे।


