पाकुड़: पाकुड़-राजग्राम मुख्य मार्ग पर पिपलजोड़ी मोड़ से चेंगाडांगा तक महीनों से जर्जर पड़ी सड़क आखिरकार लोगों को राहत देने लगी है। यह काम न प्रशासन ने किया और न ही किसी विभाग ने पहल की, बल्कि स्थानीय समाजसेवी सह पत्थर व्यापारी यार मोहम्मद ने अपने दम पर इसे संभव किया।ग्रामीणों ने बार-बार जिला प्रशासन से गुहार लगाई, ज्ञापन सौंपे, पंचायत बैठकों में आवाज़ उठाई, लेकिन हर बार परिणाम ‘ढाक के तीन पात’ साबित हुआ। सड़क पर बने गहरे गड्ढे और उखड़े हिस्से लोगों के लिए रोजाना मुसीबत बने हुए थे। दोपहिया वाहन चालक हों या पैदल राहगीर, सभी दुर्घटना के खतरे के साये में सफर कर रहे थे।आखिरकार, जब इंतजार बेकार साबित हुआ तो यार मोहम्मद ने ठान लिया कि वे खुद पहल करेंगे। उन्होंने मजदूरों की टीम बनाई, जेसीबी मशीन और निर्माण सामग्री की व्यवस्था की और अपने खर्चे पर सड़क की मरम्मत करवाई। काम पूरा होते ही सड़क की हालत सुधर गई और लोगों के चेहरे पर राहत की चमक लौट आई।स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि यह काम दरअसल जिला प्रशासन को करना चाहिए था, लेकिन यार मोहम्मद ने आगे बढ़कर मिसाल पेश की है। उन्होंने न केवल सड़क को दुरुस्त कराया बल्कि यह भी साबित किया कि इच्छाशक्ति हो तो बदलाव संभव है।

