राजकुमार भगत
पाकुड़। जिले में दुर्गा पूजा की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। शहरी और ग्रामीण इलाकों में पूजा पंडालों को आकर्षक रूप दिया गया है। नगर क्षेत्र में करीब 25 से अधिक पूजा पंडालों और मंदिरों में भव्य सजावट की गई है। सिंह वाहिनी मंदिर, कलिकापुर मंदिर और सरस्वती पुस्तकालय की पूजा परंपरागत रूप से विशेष आकर्षण का केंद्र हैं। सभी पूजा पंडालों में विद्युत सज्जा, साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था के तहत सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। बाजारों में खरीदारी को लेकर चहल-पहल है। मूर्तिकारों ने मां दुर्गा की प्रतिमाओं को अंतिम रूप दे दिया है।
भक्तों को 29 सितंबर सप्तमी तिथि का बेसब्री से इंतजार है, जब पट खुलने के साथ मां दुर्गा के दर्शन शुरू होंगे। कुछ प्रखंडों और ग्रामीण इलाकों में प्रथम तिथि से ही पूजा-अर्चना आरंभ हो चुकी है।