राहुल दास
शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर पाकुड़ के हिरणपुर और सुंदरपुर स्थित प्रसिद्ध लोट्स टेंपल में सोमवार को कोजागरी लक्ष्मी पूजा का भव्य आयोजन हुआ। बंगाल से आए चार पुरोहितों और स्थानीय पंडित उज्जवल चक्रवर्ती के मंत्रोच्चार के बीच वैदिक विधि से पूजा-अर्चना संपन्न कराई गई। पूरे मंदिर परिसर को फूलों और रोशनी से सजा दिया गया था। आकर्षक साज-सज्जा को देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु, महिला-पुरुष और उपासक पहुंचे। पूरे प्रखंड समेत आसपास के इलाकों से भी लोगों की भीड़ उमड़ी रही। समिति के अध्यक्ष दिगंबर साहा ने बताया कि यह मंदिर वर्ष 2000 में पुराने मंदिर के जीर्णोद्धार के बाद नवनिर्मित लोट्स टेंपल के रूप में स्थापित किया गया था। जयपुर (राजस्थान) से लाए गए संगमरमर की माता लक्ष्मी की भव्य प्रतिमा की विधिवत प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। इससे पहले यहां अस्थायी प्रतिमा और कलश स्थापना कर पूजा की परंपरा निभाई जाती थी। उन्होंने बताया कि झारखंड में केवल रजरप्पा और हिरणपुर लोट्स टेंपल ही ऐसे स्थान हैं जहां माता लक्ष्मी की स्थायी प्रतिमा स्थापित है। यहां सालभर वैदिक रीति से पूजा-अर्चना होती रहती है। इस बार मंदिर की रजत जयंती पर विशेष भव्यता के साथ आयोजन किया गया है, जिसमें विदेशी कीर्तन मंडली भी भाग ले रही है। पूरे आयोजन में चिरंजीत घोष, रघु मंडल, धीरेंद्र साहा समेत कई लोग सक्रिय रूप से जुड़े रहे। श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद और भक्ति संगीत के विशेष प्रबंध किए गए।