हाज़िरी के नाम पर बच्चों से रोज़ाना उगाही, प्रधानाध्यापिका पर गंभीर आरोप।
एस कुमार
पाकुड़ डीसी मनीष कुमार व शिक्षा विभाग द्वारा लगातार प्रधान शिक्षकों को निर्देश दे रहे हैं कि विद्यालय में पठन-पाठन का स्तर सुधारें. वहीं दूसरी ओर महेशपुर प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय मकदमपुर विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं से विद्यालय के प्रधानाध्यापिका करुणा एक्का ने अपने सहयोगी शिक्षको के साथ मिलकर अवैध पैसा वसूल रही है. वही विद्यालय के छात्रा- छात्रा साहिरूद्दीन शेख, इरफान शेख, आजमर शेख, रुबीना खातून, सामीनुरुल शेख, शाहनाज, शाहिद शेख, रमजान अली, मनीषा घोष, रुकशेना खातून, अभिजीत भंडारी, सहित दर्जनों छात्र- छात्राओं ने बताया कि विद्यालय में उपस्थिति दर्ज नहीं रहने पर सभी से 10 रुपया करके पैसा लिया जाता है. छात्र- छात्राओं ने बताया कि लिखित आवेदन देकर छुट्टी लेने के बावजूद भी पैसा लिया जाता है. बताया कि प्रधानाध्यापिका के द्वारा डरा धमकाकर नौंवी और दसवीं कक्षा के छात्रों से अनुपस्थिति, फॉर्म फिलअप में परेशानी में डालने व परीक्षा में नंबर काट देने का डर दिखाकर कई माह से प्रत्येक दिन 10 रुपया फाइन कहकर लिया गया है. जानकारी के अनुसार इस विद्यालय में कई माह से बच्चों से पैसो की वसूली यहां के प्रधानाध्यापिका व अन्य शिक्षको की मिलीभगत से बच्चों को डरा धमकाकर पैसा लिया जा रहा है. साथ ही बच्चों के द्वारा यदि किसी कारण वश पैसा नहीं दे पाया तो विद्यालय से रजिस्टर में अनुपस्थिति दिखाकर सीधा विद्यालय से बाहर कर दिया जाता है. यदि बच्चों के द्वारा शिक्षिका व शिक्षको से पैसे लेने को लेकर पूछने पर भी डांट फटकार लगाकर भगा दिया जाता है. उधर इस मामले को लेकर विद्यालय के दो शिक्षक प्रधानाध्यापिका को इस मामले से बचाने के लिए कई पेंच खेल रहे हैं. प्रधानाध्यापिका व शिक्षकों के द्वारा बच्चों को पैसे लेने की बात को मीडिया के सामने रखने पर फिर से डरा धमकाया जा रहा है.
क्या कह रहे हैं महेशपुर बीईईओ
इस संबंध में महेशपुर बीईईओ सुधा कुमारी से दूरभाष पर संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि मकदमपुर विद्यालय में पैसा लेने का मामला संज्ञान में आया है. उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर कोई भी शिक्षक छात्र- छात्राओं से पैसा वसूली नहीं कर सकते हैं. सरकार बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दे रही है. पैसा लेना गलत है.
क्या कह रही है प्रधानाध्यापिका
उत्क्रमित उच्च विद्यालय मकदमपुर के प्रधानाध्यापिका करुणा एक्का ने कहा कि बच्चों के कहने पर ही विगत कुछ माह से पैसा लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि डीसी साहब का निर्देश है कि बच्चों की उपस्थिति बढ़ाना है. जिसके कारण पैसा लिया गया है.







