बजरंग पंडित
पाकुड़। गौरीपुर गाँव में इस बार पहला बैसाख पर्व को बंगाली रीति-रिवाज और पारंपरिक उत्सवधर्मिता के साथ मनाया गया। यह आयोजन सिर्फ एक सांस्कृतिक उत्सव नहीं रहा, बल्कि यह मानवीय एकता, सेवा और भाईचारे का एक सशक्त प्रतीक बनकर सामने आया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व एनडीए प्रत्याशी और समाजसेवी अजहर इस्लाम रहे, जिन्होंने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। अजहर इस्लाम की अगुवाई में सभी धर्मों के गरीब और असहाय लोगों के बीच वस्त्र वितरण किया गया, जिससे पूरे गाँव में मानवता की एक मिसाल कायम हुई। इस आयोजन में गाँव के सभी समुदायों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। पारंपरिक परिधानों, लोकनृत्यों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने माहौल को और भी खास बना दिया। कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल बंगाली नववर्ष का स्वागत करना था, बल्कि सामाजिक समरसता और सेवा की भावना को भी प्रोत्साहित करना था। अजहर इस्लाम ने अपने वक्तव्य में कहा, “ऐसे आयोजनों से न केवल परंपराओं की रक्षा होती है, बल्कि समाज के हर तबके को साथ लेकर चलने की प्रेरणा भी मिलती है।” गौरीपुर में आयोजित यह कार्यक्रम साबित करता है कि जब संस्कृति और सेवा एक साथ आती हैं, तो समाज में सकारात्मक परिवर्तन की राह खुलती है।
