पूर्व विधायक अनंत ओझा बोले: सत्ता के लिए संविधान और जनता को बनाया गया था बंदी
कॉलेज रोड पर “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण भी किया गया
भारतीय जनता पार्टी, पाकुड़ जिला इकाई की ओर से बुधवार देर शाम आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अमृत पाण्डेय ने की, जबकि मुख्य वक्ता के तौर पर राजमहल के पूर्व विधायक अनंत कुमार ओझा एवं प्रदेश मंत्री दुर्गा मरांडी मौजूद रहे। इस दौरान कॉलेज रोड स्थित स्थल पर “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण भी किया गया।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने 25 जून 1975 को देश पर थोपी गई आपातकाल की घोषणा को भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय बताते हुए कांग्रेस की नीयत और नीतियों पर जमकर निशाना साधा।
पूर्व विधायक अनंत ओझा का तीखा हमला
पूर्व विधायक अनंत ओझा ने कहा—25 जून 1975 की रात इंदिरा गांधी ने सत्ता बचाने की हताशा में संविधान और लोकतंत्र को रौंद दिया। प्रेस की आजादी छीन ली गई, न्यायपालिका को अपंग बना दिया गया, और देशवासियों को मौलिक अधिकारों से वंचित कर दिया गया। आज भी कांग्रेस की सोच वही तानाशाही वाली है, बस तरीके बदल गए हैं।
इतिहास की ताजा झलक
12 जून 1975: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी को चुनाव में दोषी ठहराया
25 जून 1975: आधी रात को देश में लगा आपातकाल
26 जून सुबह: रेडियो के जरिए देश को तानाशाही की सूचना
लाखों नेताओं, कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी
प्रेस की बिजली काटी गई, सेंसरशिप लागू
दुर्गा मरांडी का बयान
आपातकाल के दौरान जिन्हें दबाया गया, आज वही लोग लोकतंत्र के संरक्षक होने का ढोंग कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी उस परंपरा की वाहक है जिसने लोकतंत्र की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी।
जिलाध्यक्ष अमृत पाण्डेय बोले
जिलाध्यक्ष अमृत पाण्डेय ने कहा— आपातकाल कांग्रेस की राजनीतिक हताशा का परिणाम था,इससे बाबा साहब अंबेडकर द्वारा रचित संविधान को रौंदने की कोशिश की गई।
जनता ने 1977 में इसका करारा जवाब दिया। पूर्व जिलाध्यक्ष विवेकानंद तिवारी, जिला महामंत्री रूपेश भगत, जिला उपाध्यक्ष विजय भगत, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष शबरी पाल, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष दीपक साह, नगर अध्यक्ष सोहन मंडल, पवन भगत, बीरबल राय, सपन दुबे, राणा शुक्ला, जीतू सिंह, श्यामल साहा, पिंकी मंडल समेत बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
