पाकुड़ | राष्ट्रीय पोषण माह 2025 के तहत जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में बुधवार को विशेष गतिविधियाँ हुईं। बच्चों ने प्रार्थना और योगा से दिन की शुरुआत की, वहीं सेविकाओं ने “सही पोषण-देश रोशन” संदेश के साथ फूल, पत्ते और सब्जियों से रंगोली बनाई। बच्चों को भी इसमें शामिल कर उनकी रचनात्मकता को बढ़ावा दिया गया। स्थानीय भोजन और उत्पादन के महत्व को समझाने के लिए रंगोलियों में स्थानीय खानपान सामग्री का उपयोग किया गया। साथ ही बच्चों को आदि कर्मयोगी अभियान से भी अवगत कराया गया।
उपायुक्त मनीष कुमार ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र बच्चों के सर्वांगीण विकास का पहला विद्यालय हैं। गतिविधि आधारित शिक्षण से उनमें आत्मविश्वास, सृजनात्मकता और जिम्मेदारी की भावना विकसित होती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा—जैसे कुम्हार मिट्टी को आकार देता है, वैसे ही बचपन में सही मार्गदर्शन से बच्चों का उज्ज्वल भविष्य गढ़ा जा सकता है। आयोजन में बड़ी संख्या में बच्चे और अभिभावक मौजूद रहे।
