राहुल दास
हिरणपुर (पाकुड़): ईसाई धर्मालंबियों की पवित्र सप्ताह प्रारम्भ होने को लेकर रविवार को तोड़ाई स्थित चर्च में खजूर संडे का पर्व धूमधाम से मनाया। जहां प्रार्थना सभा भी आयोजित हुई। खजूर सन्डे को लेकर ईसाई समुदाय के लोग हाथों में खजूर की डाली लेकर चर्च प्रांगण में उपस्थित हुए। जहां फादर चार्ल्स हांसदा , फादर इमानुएल मुर्मू व फादर थॉमस के द्वारा उपस्थित लोगों के बीच प्रभु यीशु को स्मरण कर प्रार्थना कराई गई। फादर ने सेकड़ो की संख्या में उपस्थित ईसाई समुदाय के लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि ईसाई धर्म के अनुयायियों ने खजूर संडे पर प्रभु यीशु की ईसाइयों की पवित्र स्थल यरूसलेम की ओर रवानगी को लेकर याद किया व इसको लेकर बाइबल पाठ किया गया । फादर ने कहा कि समाज को सहज, सरल व धर्म पर चलने के लिए पृथ्वी पर पैगंबरों का अवतरण होता रहा। ईस्टर के एक सप्ताह पूर्व शांति व जनकल्याण के राजा प्रभु यीशु जेरुसलेम की ओर जाने के लिए तैयार हो रहे थे। उस वक्त उनके साथ 12 मे से दो शिष्यों को गांव से गधा लाने को कहा। उसमें प्रभु यीशु सवार होकर निकल पड़े। इसको देख पूरे पथ में लोगो द्वारा स्वागत के लिए जैतून की डाली (बाइबिल) व स्वच्छ कपड़ा बिछाया गया था। जो सभी यरूसलेम पहुंचे। जहां प्रभु यीशु ने मानव कल्याण व दीन हीन की सेवा का संदेश दिया। उन्होंने आगे कहा कि प्रभु ईशा मसीह ने करूणा, दया व क्षमा का उपदेश दिया था। खजूर सन्डे पर्व हमें शांति, सद्भाव व भाईचारे की सन्देश देती है।
