पाकुड़ | फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी के उन्मूलन की दिशा में जिला प्रशासन ने शनिवार रात एक अहम पहल की। उपायुक्त मनीष कुमार ने खुद आगे बढ़कर नाइट ब्लड सर्वे (NBS) अभियान की शुरुआत की और उदाहरण पेश करते हुए स्वयं का ब्लड सैंपल जांच के लिए दिया। शुभारंभ पाकुड़ प्रखंड के आसनढीपा पंचायत में हुआ, जहां उपायुक्त ने ग्रामीणों से संवाद किया और फाइलेरिया के प्रति जागरूकता फैलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि
जब हम सब मिलकर भागीदारी निभाएंगे, तभी फाइलेरिया जैसी बीमारी को समाप्त किया जा सकेगा, उपायुक्त।
उन्होंने बताया कि यह सर्वे 31 अक्टूबर से 7 नवंबर तक जिले के सभी प्रखंडों में चलेगा। इस दौरान रात के समय ग्रामीणों का ब्लड सैंपल लिया जाएगा ताकि माइक्रोफाइलेरिया परजीवी की पहचान की जा सके, जो रात में ही रक्त में सक्रिय होते हैं और मच्छरों से बीमारी फैलाते हैं। उपायुक्त ने कहा कि सर्वे से मिले आंकड़े जिले में फाइलेरिया की वास्तविक स्थिति का पता लगाने और नियंत्रण रणनीति तय करने में मदद करेंगे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीम को निर्देश दिया कि सर्वेक्षण कार्य पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ पूरा किया जाए, ताकि फाइलेरिया मुक्त पाकुड़ का लक्ष्य जल्द हासिल हो सके। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. सुरेन्द्र कुमार मिश्रा, बीडीओ समीर अल्फ्रेड मुर्मू, जिला बीवीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. अमित कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।












