इकबाल हुसैन
महेशपुर प्रखंड के आदिवासी कल्याण छात्रावास परिसर में सोमवार को जिला स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया ।जिसकी अध्यक्षता संताल परगना प्रमंडल महासचिव मदन मुर्मू एवं संचालन पाकुड़ जिला सेंगेल छात्र मोर्चा अध्यक्ष रुबीलाल किस्कू ने किया। प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए आदिवासी सेंगेल अभियान के मालदा जोनल हेड मोहन हांसदा ने कहा कि आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद सालखन मुर्मू के नेतृत्व में सेंगेल अभियान ने देश और दुनिया के आदिवासियों को बचाने का संकल्प लिया है।अभी तक उन्हीं के नेतृत्व में हासा यानी जमीन बचाने का कानून सीएनटी एक्ट एसपीटी एक्ट को बचाया जा सका है। इसी तरह संताली भाषा को भी उसी के द्वारा 22 दिसंबर 2003 को आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया है। सिदो मुर्मू कान्हू मुर्मू डाक टिकट लागु करवाया गया। झारखण्ड में पेशा कानून के तहत सुप्रीम कोर्ट से पंचायत चुनाव करवाया है।अभी लगातार प्रकृति पूजक आदिवासियों के लिए सरना धर्म कोड का लड़ाई, गिरिडीह जिले में स्थित आदिवासियों के मरांग बुरू पारसनाथ पहाड़ को जैनों से बचाने का लड़ाई। आज हमें सभी कार्यकर्ताओं को अपने ऊपर दायित्व लेना होगा और सभी प्रखंडों में संगठन का विस्तार करना होगा। इसके लिए सभी कार्यकर्ता सेंगेल कैप्टन बनना होगा और अपने साथ और दस लोगों को जोड़कर सेंगेल और सालखन मुर्मू का संदेश गांव तक पहुंचाना होगा। आप सभी कार्यकर्ताओं का दायित्व है कि पाकुड़ जिला से अधिक से अधिक कार्यकर्ता आगामी 31 मार्च 2025 को दुमका के प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित होंगे। इसमें सेंगेल के दिशोम परगना सोनाराम सोरेन उपस्थित होंगे।इस प्रशिक्षण शिविर में संथाल परगना जोनल हेड सनातन हेम्ब्रम जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष सुशांत किस्कू, जिलाध्यक्ष लोबिन मारांडी,आमड़ापाड़ा प्रखंड परगना सिकंदर हेंब्रम,पाकुड़़िया प्रखंड परगना रामजीत टुडू,महेशपुर प्रखंड परगना सुलेमान किस्कू, नरेश हांसदा, संदीप मुर्मू, कमल सोरेन, दिनेश सोरेन, लखीराम सोरेन, साहेब सोरेन, गंगाराम सोरेन मुर्मू शैलेंद्र हेंब्रम मक्कू टुडू, श्यामलाल मुर्मू भैया सोरेन गोमोस्ता,सुरेश सोरेन लखन बास्की कालिदास सहित अन्य लोग उपस्थित थे।