डीएमओ के निर्देश पर लेसियों ने भी प्लांट में 10-10 पेड़ लगाकर दी हरियाली की संदेश
पाकुड़: विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर जब पूरा देश प्रकृति के साथ अपने रिश्ते को फिर से संवारने में जुटा था, उस समय पाकुड़ जिला खनन कार्यालय परिसर में एक छोटी-सी लेकिन बेहद प्रेरणादायक पहल हुई। जिला खनन पदाधिकारी राजेश कुमार ने अपने हाथों से 10 पौधे लगाकर एक हरित संदेश दिया कि “जिम्मेदार विकास वही है, जिसमें प्रकृति का साथ हो।इस अवसर पर खनन पदाधिकारी ने जिले के सभी लेसियों (खनन पट्टाधारियों) को स्पष्ट निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्रेशर, खदान और प्लांट क्षेत्रों में कम से कम 10-10 पौधे जरूर लगाएं। निर्देश का असर यह रहा कि एक ही दिन में पूरे जिले में दर्जनों खनन क्षेत्रों में हरियाली की शुरुआत हो गई। मौके पर जिला खनन पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि खनन कार्य के कारण पर्यावरण पर जो प्रभाव पड़ता है, उसकी भरपाई का सबसे अच्छा उपाय है – वृक्षारोपण। अगर हर खनन क्षेत्र हराभरा होगा, तो विकास और प्रकृति साथ-साथ चल सकते हैं।
लेसियों ने निभाई जिम्मेदारी, लिया संकल्प
खनन पदाधिकारी के निर्देश पर सभी लेसियों ने अपने-अपने खनन क्षेत्रों में वृक्षारोपण कर इस मुहिम को आगे बढ़ाया। कई जगहों पर श्रमिकों और स्थानीय लोगों ने भी इस कार्य में भाग लिया, जिससे यह केवल एक औपचारिकता न रहकर एक जन-आंदोलन जैसा बन गया।
पौधों की रखरखाव की भी बनी योजना
जिला खनन कार्यालय ने यह भी सुनिश्चित किया है कि लगाए गए पौधों की नियमित देखभाल हो। इसके लिए लेसियों से रिपोर्ट ली जाएगी और समय-समय पर निरीक्षण भी किया जाएगा।

