मामला झोला छाप डॉक्टर के द्वारा बच्चे को गलत इंजेक्शन देने का है।
एस कुमार
महेशपुर थाना क्षेत्र के धर्मखांपाड़ा निवासी रिपोन शेख के पुत्र पांच वर्षीय अजमीर शेख को जीवनदीप फार्मा के संचालक महबूब आलम द्वारा गलत ईलाज करने से हुई लकवाग्रस्त मामले में प्रशासनिक कार्रवाई तेज हो गई. वही मंगलवार को ड्रग्स निरीक्षक राजेश कुमार एवं डॉ के.के. सिंह ने समुदायिक स्वस्थ्य केंद्र महेशपुर प्रभारी डॉ सुनील किस्कु, डॉ अपूर्वा हर्ष के साथ जीवनदीप फार्मा क्लीनिक पहुंचकर जांच की, एवं फार्मा में उपलब्ध दवाइयां को भी बारीकी से जांच की. इस दौरान ड्रग्स निरीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि जीवनदीप फार्मा के खिलाफ शिकायत मिली थी, और इसी शिकायत के आलोक में जांच की गई है. इसकी जांच रिपोर्ट सिविल सर्जन पाकुड़ को सौंपी जाएगी. इधर फार्मा की जांच के बाद कई तरह का चर्चा का विषय बन गया है. स्थानीय लोगों ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब यह डॉक्टर नही है तो इसे ईलाज करने का अधिकार किसने दिया. लोगों ने तो ये भी कहा कि झोला छाप डॉक्टर हमेशा इसी तरह का गलत इलाज करके कई का जिंदगी से खिलवाड़ करते रहते है है. लोगों ने कहा कि इस पर प्रशासन हो या सम्बंधित विभाग को ठोस कदम उठाते हुए कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.












