पाकुड़: विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस के अवसर पर शनिवार को शहरकोल पंचायत भवन में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ द्वारा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार अध्यक्ष शेष नाथ सिंह के निर्देश पर सचिव रूपा बंदना किरो की उपस्थिति में किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ की गई। इस अवसर पर सचिव रूपा बंदना किरो ने कहा कि 15 जून को विश्वभर में बुजुर्गों के साथ होने वाले मौखिक, शारीरिक और मानसिक शोषण के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग को अपने बुजुर्गों का आदर करना चाहिए, क्योंकि उन्होंने भी हमारे लिए अपना जीवन समर्पित किया है। “बुजुर्गों के अनुभव जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है,” उन्होंने कहा।
कार्यक्रम में सब इंस्पेक्टर सुबल कुमार दे ने बुजुर्गों से जुड़े कानूनी प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी। वहीं लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के डिप्टी चीफ मो. नुकूमुद्दीन शेख ने बुजुर्गों के अधिकारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्हें न केवल कानूनी सुरक्षा मिलनी चाहिए, बल्कि सामाजिक सम्मान भी सुनिश्चित होना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित बुजुर्ग महिलाओं और पुरुषों को गुलाब का फूल भेंट कर सम्मानित किया गया। इस भावपूर्ण पहल में रूपा बंदना किरो, सुबल कुमार दे, पंचायत के मुखिया विकास गौंड सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी सहभागिता निभाई।
इस अवसर पर लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के सहायक गंगाराम टुडू, इंडियन नेशनल एसोसिएशन के अध्यक्ष जेड. एच. विश्वास, सदस्य माला सिन्हा, सानिया परवीन, अंजली कुमारी, नेहा दास, मोनल कुमारी, नसीर शेख, सज्जाद आलम, अनिमा कुमारी, तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पीएलवी उत्पल मंडल और नीरज कुमार राउत के साथ-साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं पंचायत प्रतिनिधि मौजूद रहे।

