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हाइलाइट्स
कनाडा में भारत के उच्चायुक्त ने निज्जर हत्याकांड में भारत पर आरोपों का सबूत मांगा.
उच्चायुक्त ने कहा कि निज्जर हत्या मामले की जांच को बयानबाजी से नुकसान हुआ है.
जस्टिन ट्रूडो के आरोप का भारत ने दृढ़ता से खंडन किया है.
ओटावा. कनाडा में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने ब्रिटिश कोलंबिया में एक सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) हत्याकांड में भारत सरकार को जोड़ने के आरोपों के समर्थन में कनाडा (Canada) को सबूत पेश करने को कहा है. कनाडा ने सितंबर में वैंकूवर उपनगर में कनाडाई नागरिक निज्जर की हत्या के तार भारत से जुड़े होने का आरोप लगाया, जिसे भारत ने आतंकवादी करार दिया था. इस मामले पर पैदा तनाव के बाद नई दिल्ली के ओटावा को राजनयिक उपस्थिति में समानता का हवाला देते हुए अपने कर्मचारियों को कम करने के लिए कहने के बाद कनाडा ने भारत से 41 राजनयिकों को वापस ले लिया.
‘द ग्लोब एंड मेल’ को दिए एक इंटरव्यू में उच्चायुक्त वर्मा ने कहा कि जून में सरे में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की कनाडा की पुलिस जांच को एक उच्च स्तरीय कनाडाई अधिकारी के सार्वजनिक बयानों से नुकसान हुआ है. वर्मा ने जोर देकर कहा कि ‘जांच में उनकी मदद के लिए इस मामले में हमें कोई विशिष्ट या प्रासंगिक जानकारी प्रदान नहीं की गई है.’ जब से प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर ये आरोप लगाए हैं, भारत ने इन दावों का दृढ़ता से खंडन किया है. उसने कनाडा से देश के भीतर भारत विरोधी गतिविधियों पर अंकुश लगाने को कहा है.
सबूत कहां है?
भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने कहा कि ‘सबूत कहां है? जांच का निष्कर्ष कहां है? मैं एक कदम आगे बढ़कर कहूंगा कि अब जांच पहले ही दागदार हो चुकी है. उच्च स्तर पर किसी से यह कहने का निर्देश आया है कि इसके पीछे भारत या भारतीय एजेंट हैं.’ उच्चायुक्त ने बताया कि कैसे देश में उनके और अन्य भारतीय राजनयिक कर्मचारियों के लिए सुरक्षा खतरे पैदा हो गए हैं. वर्मा ने वैंकूवर और टोरंटो में उन पर और भारतीय महावाणिज्य दूत पर हमला करने वाले पोस्टरों की तस्वीरों का जिक्र करते हुए कनाडाई अखबार से कहा कि ‘मुझे लगता है कि यह नफरत फैलाने वाला भाषण है और हिंसा को उकसाने वाला है. मैं अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं. मैं अपने कौंसल जनरलों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं. भगवान न करे अगर कुछ हो गया तो.’
‘मुझे दिखाओ कि तुमने ये बातचीत कैसे रिकॉर्ड की’
इससे पहले रिपोर्टों में कहा गया था कि ओटावा को भारतीय राजनयिकों को खुफिया जानकारी भेजी गई थी, जिसे कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा ने पकड़ लिया था. वर्मा ने इनको सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि राजनयिकों के बीच कोई भी बातचीत सुरक्षित है और इसे अदालत में सबूत के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है या सार्वजनिक रूप से जारी नहीं किया जा सकता है. वर्मा ने कहा कि ‘आप अवैध वायरटैप के बारे में बात कर रहे हैं और सबूत के बारे में बात कर रहे हैं. दो राजनयिकों के बीच बातचीत सभी अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत सुरक्षित है. मुझे दिखाओ कि तुमने इन वार्तालापों को कैसे रिकॉर्ड किया. मुझे दिखाओ कि किसी ने आवाज की नकल नहीं की है.’
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कनाडा खालिस्तान समर्थकों पर लगाम लगाए
बेहतर राजनयिक संबंधों की अनिवार्यता के बारे में पूछे जाने पर, वर्मा ने कहा कि दोनों पक्षों को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि किसी भी विवाद को पेशेवर संचार और पेशेवर बातचीत के जरिये निपटाया जाए. उन्होंने कहा कि भारत को उम्मीद है कि कनाडा खालिस्तान समर्थकों पर लगाम लगाएगा. निज्जर की मौत की जांच का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जांच को अपना काम करने दें. हालांकि भारतीय राजनयिक ने कहा कि कनाडा को भारत की चिंता के मुख्य मुद्दे से भी निपटना चाहिए. उसे अपनी धरती का इस्तेमाल उन कनाडाई नागरिकों के समूह को नहीं करने देना चाहिए, जो भारत को टुकड़े-टुकड़े करना चाहते हैं.
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Tags: Canada, Canada News, Justin Trudeau, Khalistani terrorist
FIRST PUBLISHED : November 5, 2023, 08:29 IST
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