पाकुड़। जिले में सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने और अवैध परिवहन के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन और पुलिस ने कमर कस ली है। समाहरणालय सभागार में उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में साफ निर्देश दिए गए कि नियम तोड़ने वालों पर बिना ढिलाई कार्रवाई होगी और सड़क सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। बैठक में जिला परिवहन पदाधिकारी मिथलेश कुमार चौधरी ने बताया कि नवंबर 2025 में जिले में सिर्फ 5 सड़क दुर्घटनाएँ दर्ज की गईं, जिनमें 5 लोगों की मौत हुई। यह पिछले महीनों और वर्ष की तुलना में सकारात्मक गिरावट को दर्शाता है। अगस्त से नवंबर 2025 के बीच 422 वाहनों की जांच कर ₹23.35 लाख से अधिक का जुर्माना वसूला गया, जबकि केवल नवंबर माह में ₹4.36 लाख का चालान किया गया। प्रशासन ने ₹2.81 लाख बकाया जुर्माना जमा करने के लिए वाहन स्वामियों को एक सप्ताह का अंतिम मौका दिया है। समय पर भुगतान नहीं होने पर वाहन ब्लैकलिस्ट कर न्यायालयीय नोटिस जारी किए जाएंगे। बैठक में यह भी तय किया गया कि हर माह कम से कम ₹10 लाख की दंडात्मक वसूली सुनिश्चित की जाएगी।
ड्रिंक एंड ड्राइव पर जीरो टॉलरेंस।
उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि ड्रिंक एंड ड्राइव, ओवर स्पीडिंग और बिना हेलमेट/सीट बेल्ट मामलों में रोजाना संयुक्त वाहन जांच होगी। त्योहारों के दौरान एल्कोहल जांच अभियान लगातार चलाया जाएगा। सड़क किनारे अवैध रूप से खड़े भारी वाहनों को टो मशीन से हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
खस्ताहाल सड़कों पर तुरंत मरम्मत।
लिट्टीपाड़ा–पाकुड़ मुख्य मार्ग पर गड्ढों को तत्काल भरने के निर्देश दिए गए। दुर्घटना संभावित स्थलों पर स्लाइडर और चेतावनी बोर्ड लगाए जाएंगे, ताकि चालकों को पहले से सतर्क किया जा सके।
हिट एंड रन मामलों में तेजी।
उपायुक्त ने हिट एंड रन मामलों का समयबद्ध निष्पादन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही सभी पेट्रोल पंपों पर सीसीटीवी, फर्स्ट एड किट, स्ट्रेचर और आवश्यक मेडिकल उपकरण अनिवार्य करने की बात कही। इसके लिए जल्द ही जिला प्रशासन की ओर से दिशा-निर्देश जारी होंगे।
पुलिस का सख्त रुख।
पुलिस अधीक्षक निधि द्विवेदी ने चांदपुर चेकपोस्ट के पास सड़क की स्थिति दुरुस्त करने के निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी चालक नशे की हालत में वाहन चलाते न पाया जाए। नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई तय है। बैठक में प्रशासन, पुलिस, परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोल कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। संदेश साफ है—पाकुड़ में सड़क सुरक्षा से समझौता नहीं, नियम तोड़े तो कार्रवाई तय।





