राजकुमार भगत
झालसा रांची के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ की ओर से बुधवार को प्रखंड सभागार में अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सह प्रभारी सचिव, डीएलएसए विशाल मांझी ने की।
इस वर्ष दिवस का थीम “हमारी रोजमर्रा की अनिवार्यताएं” रहा। अपने संबोधन में श्री मांझी ने कहा कि मानवाधिकार बड़े आदर्श नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा, न्याय, स्वच्छ जल, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, सुरक्षा और गरिमा जैसी दैनिक आवश्यकताओं से जुड़ा अधिकार है। उन्होंने बताया कि मानवाधिकारों का उद्देश्य समानता, भेदभाव का उन्मूलन, व्यक्तिगत स्वतंत्रता, न्याय और शांति सुनिश्चित करना है, साथ ही यह भी कि अपने अधिकारों का उपयोग करते समय दूसरों के अधिकारों का सम्मान जरूरी है।
लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के डिप्टी चीफ मो. नुरुद्दीन शेख ने समानता, स्वतंत्रता, शोषण से मुक्ति, धार्मिक एवं सांस्कृतिक अधिकार सहित मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों पर विस्तृत जानकारी दी। पाकुड़ प्रखंड विकास पदाधिकारी समीर अल्फ्रेड मुर्मू ने सरकारी योजनाओं, लोगों के अधिकार तथा मनरेगा के तहत रोजगार गारंटी और बेरोजगार भत्ता से संबंधित जानकारी साझा की। कार्यक्रम का संचालन इंडियन नेशनल एसोसिएशन के अध्यक्ष जेड एच विश्वास ने किया। इस दौरान पैरा लीगल वॉलंटियर्स ने लीगल एड क्लीनिक, थाना, विद्यालय और पंचायत स्तर पर चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों की जानकारी दी। कार्यक्रम में प्रखंड के सभी कर्मी, जेएसएलपीएस के बीपीएम उमेश कुमार, बीपीओ अजित कुमार टुडू, पैरा लीगल वॉलंटियर्स खुदु राजवंशी, याकूब अली, नीरज कुमार राउत, समाजसेवक शाहीन परवेज, नसरुद्दीन शेख, अजीजुर रहमान, सपन प्रमाणिक, फिलिप विश्वास, वरिष्टर सिंह, बेबी मुर्मू समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।







