पाकुड़: मेहनत और नई सोच अगर साथ हो, तो खेती भी कमाई का बड़ा जरिया बन सकती है। यह साबित कर दिखाया है झिकरहटी पूर्वी पंचायत के इस्लामपुर गांव के किसान अब्दुल रहीम ने। पहले धान की खेती करते थे, अब सब्जी और स्ट्रॉबेरी उगाकर लाखों कमा रहे हैं।
अब्दुल रहीम ने उद्यान विभाग से पांच दिवसीय प्रशिक्षण लेने के बाद खेती में बदलाव किया। उन्होंने करीब एक बीघा जमीन में सब्जियों की खेती शुरू की। शुरुआत में ही स्ट्रॉबेरी की फसल से करीब 1 लाख रुपए का मुनाफा हुआ।
रोजाना 800 से 1000 रुपए की कमाई
इस समय रहीम के खेत में कद्दू, झींगा, नैनुआ, बैगन और दूसरी मौसमी सब्जियां लहलहा रही हैं। इनसे उन्हें रोजाना 800 से 1000 रुपए की आमदनी हो रही है। अब तक कुल मिलाकर एक लाख रुपए से ज्यादा का लाभ मिल चुका है।
पपीते की उन्नत किस्म भी लगाई
अब्दुल रहीम ने खेत में पपीते की उन्नत किस्म का पौधा भी लगाया है। उम्मीद है कि इससे भी अच्छी आमदनी होगी। उन्होंने बताया कि पहले धान की खेती से इतनी कमाई नहीं हो पाती थी। अब सब्जी की खेती से परिवार की आर्थिक स्थिति बेहतर हुई है।
गांव के दूसरे किसान भी हो रहे प्रेरित
अब्दुल रहीम की सफलता देखकर गांव और आसपास के कई किसान अब सब्जी की खेती की ओर आकर्षित हो रहे हैं। रहीम कहते हैं, “प्रशिक्षण से नई बातें सीखने को मिलीं, और जब मेहनत की तो नतीजा सामने है।”
कृषि विभाग का जताया आभार
रहीम ने कृषि विभाग का आभार जताते हुए कहा कि अगर सहयोग और जानकारी मिले, तो गांव का हर किसान खेती से आगे बढ़ सकता है। अब उनका सपना है कि इस साल और ज्यादा उत्पादन कर अपने जीवन स्तर को और बेहतर बनाएं।


