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October 26, 2025 9:16 pm

छठ की आस्था से जोड़ी एकता की डोर, मोदी ने मन की बात में जगाई भारत-भावना।

बूथ-बूथ गूंजा ‘मन की बात’, कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से सुना प्रधानमंत्री का 127वां संस्करण, स्वदेशी, स्वच्छता और ‘एक पेड़ मां के नाम’ का दिया संदेश

पाकुड़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 127वें संस्करण को आज पूरे देश की तरह पाकुड़ जिले में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक सुना। जिले के सभी मंडलों और बूथों पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से कार्यक्रम का श्रवण किया। भाजपा जिलाध्यक्ष अमृत पांडेय ने पाकुड़ विधानसभा के बूथ संख्या 406 पर कार्यकर्ताओं के साथ कार्यक्रम सुना। इस अवसर पर जिला महामंत्री रूपेश भगत, पूर्व जिलाध्यक्ष विवेकानंद तिवारी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अनुग्रहित प्रसाद साह, जिला उपाध्यक्ष विजय भगत, राजेंद्र शेखर सिंह, धर्मेंद्र त्रिवेदी, अनिता मुर्मू, सरिता मुर्मू, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष शबरी पाल, पार्वती देवी, सपन दुबे, संदीप भगत, रतन भगत सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। इसके अलावा नगर अध्यक्ष सोहन मंडल, बीचामहल मंडल अध्यक्ष धनेश्वर साह, गंधाईपुर मंडल अध्यक्ष मनोरंजन सरकार, दादपुर मंडल अध्यक्ष सुशांत घोष, नबीनगर मंडल अध्यक्ष मानसा तुरी, हिरणपुर मंडल अध्यक्ष सुकुमार मंडल, आमड़ापाड़ा मंडल अध्यक्ष आशीष हेंब्रम, पाकुड़िया मंडल अध्यक्ष विजय भगत, बीरकिट्टी मंडल अध्यक्ष फूल बाबू कोड़ा, महेशपुर मंडल अध्यक्ष सुखेन घोष और कैराछतर मंडल अध्यक्ष गौतम पाल के नेतृत्व में भी कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने बूथों पर कार्यक्रम सुना। प्रधानमंत्री मोदी ने आज के एपिसोड की शुरुआत लोक आस्था के महापर्व छठ से की। उन्होंने कहा कि छठ महापर्व संस्कृति, प्रकृति और समाज की एकता का प्रतीक है। घाटों पर हर वर्ग के लोग एक साथ खड़े होकर जो दृश्य प्रस्तुत करते हैं, वह भारत की सामाजिक एकता का सबसे सुंदर उदाहरण है। प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की कि “अगर मौका मिले, तो हर कोई छठ उत्सव में एक बार जरूर भाग ले। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने पर देशवासियों से आह्वान किया कि वे इस राष्ट्रगीत के मूल्यों को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाएं और इसे यादगार बनाएं।
प्रधानमंत्री मोदी ने BSF और CRPF में स्वदेशी कुत्तों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि हमारे देसी कुत्तों ने अद्भुत साहस का परिचय दिया है। छत्तीसगढ़ में CRPF के एक स्वदेशी कुत्ते ने 8 किलो विस्फोटक का पता लगाकर कई जानें बचाईं। उन्होंने स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रेरक उदाहरण भी साझा किए। प्रधानमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में ‘गार्बेज कैफे’ चलाया जा रहा है, जहां प्लास्टिक कचरे के बदले भोजन दिया जाता है। वहीं, बेंगलुरु में इंजीनियर कपिल शर्मा और उनकी टीम ने 40 कुओं और 6 झीलों का पुनर्जीवन किया। गुजरात के धोलेरा और कच्छ में मैंग्रोव वृक्षारोपण से समुद्री पारिस्थितिकी में सुधार का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि अब वहां डॉल्फिन, क्रैब और प्रवासी पक्षियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। अंत में प्रधानमंत्री ने देशवासियों से “एक पेड़ मां के नाम” अभियान से जुड़ने की अपील की और कहा कि हर व्यक्ति अपने जीवन में कम से कम एक पेड़ अपनी मां के नाम जरूर लगाए — यही प्रकृति, संस्कृति और मातृत्व के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

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