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October 14, 2025 11:27 am

सातवें दिन हुई मां कात्यायनी की आराधना, सोमवार को होगी मां कालरात्रि की पूजा।

राजकुमार भगत

पाकुड़। नवरात्रि के सातवें दिन श्रद्धालुओं ने मां कात्यायनी की विधि-विधानपूर्वक पूजा-अर्चना की। मान्यता है कि मां कात्यायनी की उपासना से रोग, शोक और भय से मुक्ति मिलती है तथा भक्त की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आज नवरात्रि का आठवां दिन है, जिसे सप्तमी तिथि पर मां कालरात्रि की पूजा के लिए विशेष माना जाता है। मान्यता है कि मां कालरात्रि की आराधना करने से साधक बुरी शक्तियों, अकाल मृत्यु और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षित रहता है। देवी की कृपा से जीवन में कलह और द्वेष दूर होते हैं तथा सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। मां कालरात्रि को शुंभकरी, महायोगेश्वरी, महायोगिनी, कालिका और चामुंडा के नाम से भी जाना जाता है। काले वर्ण, तीन नेत्र और चार भुजाओं से सुशोभित माता रानी के गले में माला और हाथों में खड़क व कांटा होता है। देवी को गुड़ से बनी खीर, मालपुआ, हलुवा और उड़द दाल-चावल का भोग अर्पित किया जाता है।

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